इससे पहले यह चिंता जताई जा रही थी कि ये छोटे लोन वाले ऐप्स देश में यूजर्स को निशाना बना रहे हैं। जनवरी में गूगल ने कहा था कि उसने यूजर्स और सरकारी एजेंसियों से शिकायतों के आधार पर सैकड़ों पर्सनल लोन ऐप्स को हटा दिया है।
ये हैं गूगल के नई गाइडलाइंस 1. नई गाइडलाइंस के तहत ऐप्स डेवलपर्स को भारत के लिए तैयार की गई पर्सलन लोन ऐप डिक्लेरेशन की शर्तों को हर हाल में पूरा करना होगा।
2. एप्स डेवलपर्स गाइडलाइन का पालन करते हैं या नहीं, के लिए जरूरी दस्तावेज उपल्बध कराने होंगे। 3. पर्सनल लोन जारी करने के लिए उनके पास भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी लाइसेंस की एक कॉपी गूगल को देना होगा।
4. गूगल ने कहा कि जो ऐप्स सीधे तौर पर कर्ज देने के काम में नहीं हैं और केवल नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCs) या बैंकों द्वारा यूजर्स को कर्ज उपलब्ध कराने के लिए प्लेटफॉर्म दे रहे हैं, उन्हें भी अपनी घोषणा में इस जानकारी देनी होगी।
5. गूगल ने यह नियम शाओमी और रियलमी जैसी कंपनियां के लिए जारी की हैं। ये ऐप्स पर्सनल लोन ऐप्स के जरिए थर्ड पार्टी कर्ज देने वाली सेवाओं के लिए प्लेटफॉर्म मुहैया कराती हैं।