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वैश्विक हेम्प बाजार 2027 तक $18.1 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद

आजकल, “ऑर्गेनिक” शब्द सुनना आम बात है। दैनिक दिनचर्या में ऑर्गेनिक उत्पादों का उपयोग करने से कई लाभ मिलते हैं।

जयपुरJun 25, 2024 / 07:43 pm

Narendra Singh Solanki

आजकल, “ऑर्गेनिक” शब्द सुनना आम बात है। दैनिक दिनचर्या में ऑर्गेनिक उत्पादों का उपयोग करने से कई लाभ मिलते हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी हर्बल उपचारों की मांग बढ़ रही है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों की तादाद में भी इजाफा हो रहा। साथ ही, सरकार भी आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में भारत का आयुर्वेदिक उत्पादों का बाजार वित्त वर्ष 2028 तक बढ़कर 1.2 लाख करोड़ रुपए तक हो सकता है।आज के बाजार में ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों से लेकर ऑर्गेनिक कपड़ों तक, कई तरह के ऑर्गेनिक उत्पाद उपलब्ध हैं। अगर हम भांग उत्पादन के मार्केट डिमांड की बात करें तो साल 2022 में इंडस्ट्रियल हेम्प का ग्लोबल मार्केट 5600 करोड़ रुपए था, जिसे साल 2027 तक 21.6 फीसदी की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट से बढ़कर 15,000 करोड़ होने का अनुमान है। साल 2022 में मेडिकल इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाली भांग यानी मेडिकल कैनबिस का वैश्विक बाजार 35,000 करोड़ रुपए का था, जो कि साल 2030 तक 34 फीसदी की सीएजीआर से बढ़कर 300 हजार करोड़ रुपए होने का अनुमान है।
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आयुर्वेदिक पद्धतियों को वैज्ञानिक शोधों से जोड़ा

आयुष विभाग की ओर से आयुर्वेदिक उत्पादों के निर्माण और वितरण के लिए अग्रणी अनुसंधान एवं विकास कंपनी कैनार्मा का लक्ष्य वैश्विक हेम्प बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करना है। इस बाजार के 2027 तक $18.1 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके आयुर्वेदिक उत्पादों जैसे कैनबिस (भांग) एक्सट्रैक्ट ऑयल, सीबीडी ऑयल, हेम्प सीड ऑयल और औषधीय भांग (हेम्प) उत्पाद शामिल हैं। स्वस्थ्य को बेहतर बनाने और विभिन्न स्थितियों के इलाज में मदद के लिए कंपनी के पास कई भांग-आधारित उत्पाद है। ये दर्द को कम करने और आराम को बढ़ावा देने के लिए भांग के बीज के तेल के सूजन-रोधी गुणों के चलते फायदा पहुंचाते हैं। यह गठिया के दर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों के दर्द और घुटने के दर्द में आराम पहुंचाता है। कैनार्मा के निदेशक केशव अग्रवाल का कहना है कि प्राचीन आयुर्वेदिक पद्धतियों को नवीनतम वैज्ञानिक शोधों और तकनीकों के साथ जोड़कर उत्पादों का निर्माण किया गया है। कंपनी अल्ट्रा-प्रीमियम कैनबिस उत्पाद तैयार करती हैं जो पौधे के सभी फाइटो-कैनाबिनोइड्स को सुरक्षित रखते हैं और टर्पेन और फ्लेवोनोइड्स की पूर्णता बनाए रखते हैं। यह आपके शरीर को प्रकृति द्वारा निर्धारित तरीके से पौधे के फाइटो-कैनाबिनोइड्स को अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित करने में सक्षम बनाता है।

औषधीय-ग्रेड फॉर्मूलेशन का उपयोग

स्किनकेयर की दुनिया में कंपनी के गुलाब जल और भांग कुमकुमादि फेस ऑयल का विशेष स्थान है। इसके अतिरिक्त, भांग युक्त कॉफी दैनिक कैफीन सेवन में भी अनोखा बदलाव लाती है। कैनार्मा वैज्ञानिक बोर्ड द्वारा अनुमोदित चिकित्सीय और औषधीय-ग्रेड फॉर्मूलेशन का उपयोग करता है, जिसमें जीवविज्ञानी, डॉक्टर, शोधकर्ता और आयुर्वेद विशेषज्ञ शामिल हैं। उनके औषधीय कैनबिस-आधारित उत्पाद भारत के उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी हिमालयी क्षेत्रों में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले भांग से बनाए जाते हैं। उच्च उत्पाद गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कंपनी जीएमपी प्रमाणित फार्मास्युटिकल-ग्रेड मानकों पर काम करने वाली इनकेयर लैब के साथ सहयोग में काम करती है।

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