जानकारी के अनुसार बुरहानपुर जिले में तैनात तहसीलदार रामलाल पगारे फिट रहने के लिए अधिकतर काम साइकिल से ही निपटाते हैं। वे जिला अस्पताल में रुटीन जांच के लिए भी साइकिल चलाकर अस्पताल पहुंच गए। यह देख अफसर कर्मी भी सकते में आ गए। हालांकि उनका कहना था कि किसी को बगैर बताए कोई कार्रवाई का उद्देश्य नहीं था, स्वयं को फिट रखने के लिए छोटे, मोटे काम साइकिल से ही कर रहे हैं।
एसडीएम के आदेश पर साइकिल से पहुुंचे तहसीलदार
तहसीलदार रामलाल पगारे ने कहा कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था कि एक महिला को एंबुलेंस नहीं मिलने पर तांगे पर इलाज के लिए लेकर पहुंचे, जिसमें किराया नहीं होने और एंबुलेंस नहीं मिलने का मामला होने पर एसडीएम के आदेश पर जिला अस्पताल जांच के लिए पहुंचे। मेडिकल वार्ड में भर्ती महिला के बयान दर्ज किए है। इसकी रिपोर्ट कलेक्टर एवं एसडीएम को सौंप दी जाएगी। बयान में महिला ने कहा कि उनके पास मोबाइल नहीं है। पति तांगा चलाते है इस लिए बीमार होने पर अपने पति के तांगे में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। किसी भी एंबुलेंस को कॉल नहीं किया था।
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फिट रखने के लिए साइकिल पर पहुंचा
तहसीलदार रामलाल पगारे ने कहा कि प्रतिदिन के कामकाज के दौरान शरीर को फिट रखने के लिए साइकिल का उपयोग कर रहे है। एक साइकिल ऑफिस पर ही रखी है। छोटा, मोटा काम साइकिल से ही करने का प्रयास करते है। अस्पताल में कथन लेने जाना था तो सोचा साइकिल से चलें। अस्पताल पहुंचे तहसीलदार ने बाकायदा साइकिल में लॉक लगाया फिर वापस साइकिल से ही ऑफिस रवाना हुए।