बुरहानपुर की कृषि उपज मंडी परिसर में सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन चल रहा है। मंगलवार को सुबह कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा थी। तभी अचानक पंडाल का एक हिस्सा नीचे आने लगा। यह देख वहां थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। पंडाल के नीचे आने के कारण वहां लगी एक बड़ी एलइडी भी जमीन पर आ गई। इसमें 6 से अधिक श्रद्धालुओं को चोटें आई हैं। इसमें दो महिलाएं और एक बालक को ज्यादा चोट आने के कारण उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है।
बताया जाता है कि जब यह पंडाल गिरा, तब कथा नहीं चल रही थी, अन्यथा ज्यादा लोग हताहत हो सकते थे। कथा का आयोजन दोपहर 2 बजे बाद शुरू होता है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपना स्थान निश्चित करने के लिए काफी पहले से पंडाल में पहुंच जाते हैं। कई लोग सुबह से ही कथा सुनने का इंतजार करते हैं। इस कारण भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
कथा में क्या है खास
इससे पहले सोमवार को हुई कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा ने लोगों को परिवार के बारे में नसीहत दी। पंडित मिश्रा ने कहा कि अपनी मां पिता का दिल दुखाकर इधर-उधर शादी न कर ले लेना। बेटियों को आज के जमाने में भटकाने वाले बहुत मिलेंगे। गाडिय़ां ले लेकर आएंगे और वो गाड़ी भी उनकी नहीं रहेगी, वह तो सुधरने आई थी, उठा लाएंगे, बैठाएंगे ऐसा दिखाएंगे बहुत है मेरे पास। मेरी बेटियों निवेदन है घर बदल लेना, पर अपना धर्म मत बदलना। यह मेरा सनातन धर्म है, मैं इसे छोडू़ंगी नहीं। मेरी मां ने मुझे दूध पिलाया। मेरे पिता ने मुझे पढ़ाने को मना नहीं किया। मैं अपने पापा को कैसे धोखा दे दूं। तेरे 50 रुपए के पेट्रोल के चक्कर में 500 रुपए के चाउनमिन में मैं अपना धर्म बदल लूं। यह कहां की रीत है, कहां के संस्कार हैं।