त्योहारों के समय बड़ी संख्या में लोग परिवार , दोस्तों के साथ भ्रमण करने और पार्टी करने के लिए पर्यटन स्थलों पर पहुंचते है। असीरगढ़ किले पर पिछले दो साल से लगातार ऐसी घटनाएं हो रही है। एक साल पूर्व मोमिनपुरा निवासी एक परिवार का वाहन पेड़ से टकराने के बाद खाई में गिर गया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी। आए दिन किले पर मधुमक्खियों के झुंड के हमले की घटनाएं भी हो रही है।
शाम 6 बजे से लेकर रात 8 बजे तक जिला अस्पताल में करीब 12 लोग मधुमक्खियों के हमले में घायल होकर पहुंचे। अधिकांश लोग बुरहानपुर के हैं पर इनमें महाराष्ट्र के लोग भी शामिल हैं। मलकापुर निवासी काशिक पिता आरिफ, नवाब पिता नजीम, जयस्तंभ निवासी कमरान पिता गफूर, सिंधीपुरा निवासी मजीद पिता अख्तर खान, पंधाना निवासी सुनिल पिता रामलाल, शनवारा निवासी मोहम्मद शाहिद, आजाद नगर निवासी शेख मुख्तियार, शेख नफीस, रफीक उद्दीन, शेख आमिर, मोहित खान, नदीम पिता रहीम को मधुमक्खियों के काटने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शी असीर निवासी ओम गौतम ने बताया कि शनिवार को बड़ी संख्या में लोग पार्टी करने के लिए किले पर आए थे। जगह—जगह पर भोजन तैयार करने के लिए चूल्हे जलने से धुआं उठ रहा था। शाम को गेट बंद होना था, इसलिए लोग शोरगुल करते हुए निकल रहे थे। तभी अचानक किसी ने एक पेड़ पर लगे मधुमक्खियों के छत्ते पर पत्थर मार दिया। इससे गुस्साई मधुमक्खियां लोगों पर टूट पड़ीं। किले पर भगदड़ और शोरगुल बढ़ा तो अन्य पेड़ों पर भी लगे छत्ते से मधुमक्खिां बाहर निकली और लोगों को काटा।