पुलिस उपाधीक्षक आशीष भार्गव ने बताया कि वारदात के दिन हालात व परिस्थितियों को देखते हुए ग्रामीणों व परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया था। उस दिन कोई भी आरोपी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट देने और आशंका जाहिर करने वाला ही नहीं था। बाद में गहनता से जांच की गई तो मामला कुछ और निकला। आरोपी को अपनी पत्नी से मृतक युवक के साथ अवैध संबंध होने कर शक था, जिसको लेकर कई दिनों से हत्या करने का मौका देख रहा था।
वारदात के बाद मौके से फरार हो गया
वारदात के दिन लेखराज को अकेला चारा काटते हुए पाए जाने पर पप्पू ने कुल्हाड़ी से गर्दन पर वार कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गया। बाद में ग्रामीणों व परिजनों ने मनगढंत कहानी सुनाते हुए रिपोर्ट में भी झूठी बात बताई और उस आधार पर मामला दर्ज कर जांच व अनुसंधान शुरू किया गया। गहनता से जांच की गई तो मामला सामने आया और अब पप्पू लाल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। कापरेन थानाधिकारी कमल सिंह ने बताया कि 18 अगस्त को फरियादी मृतक के पिता कैसरी लाल बैरवा ने कापरेन अस्पताल में लिखित तहरीरी रिपोर्ट पेश की थी। रिपोर्ट में बताया गया कि 18 अगस्त को बलकासा निवासी दुर्गालाल ने घर पर आकर बताया कि उसका पुत्र लेखराज बैरवा बलकासा निवासी बाबूलाल मीणा के बाडे लहुलुहान हालत में पड़ा हुआ है। सूचना पर दुर्गालाल के साथ तुरन्त बाड़े में पहुंचे, जहां पहले से ही बाबूलाल मौजूद था।
उसका पुत्र लेखराज अचेत हालात में पड़ा था और उसके सिर से खून बह रहा था। आस-पास पूछताछ करने पर वहां मौजूद बच्चों ने बताया कि लेखराज व पप्पू बैरवा दोनों बंबूल काट रहे थे। पप्पू बैरवा ने बबूल की टहनी काटने के बहाने लेखराज की गर्दन पर कुल्हाडी से वार किया, जिससे लेखराज वहीं पर गिर गया । इलाज के लिए कापरेन अस्पताल में लेकर आए, जहां पर चिकिसक ने लेखराज को मृत घोषित कर दिया।
ग्रामीणों ने बताई मनगढ़ंत कहानी
पुलिस उपाधीक्षक आशीष कुमार भार्गव,थानाधिकारी के पाटन देवेश भारद्वाज के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर जांच की गई, जिसमें प्रेम प्रसंग और अवैध संबंध का संदेह होने के चलते मृतक लेखराज बैरवा की गर्दन पर कुल्हाडी से वार कर हत्या करने वाले आरोपी पप्पूलाल बैरवा को अनुसंधान के बाद गिरफ्तार किया गया।
उपाधीक्षक भार्गव ने बताया कि वारदात के दिन ग्रामीणों व परिजनों ने मनगढ़ंत कहानी सुनाई और बंबूल की टहनी काटने के दौरान कुल्हाड़ी फिसलने से लगी चोट से मौत होना बताया गया, जो झूठी निकली।