इस दौरान कार्यालय के बाहर बैठकर महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों की जलदाय विभाग कार्यालय में घुसने को लेकर पुलिस से नोंक-झोंक भी हुई। पुलिस प्रशासन का कहना था कि पांच ही व्यक्ति कार्यालय के अंदर जाकर अपनी बात रख सकते है,लेकिन प्रदर्शनकारी कार्यालय के अंदर जाने की बात को लेकर अड़े रहे। प्रदर्शन कारी कार्यालय के बाहर बैठकर नारेबाजी करने लग गए। बात नहीं बनने पर आक्रोशित प्रदर्शनकारी पुलिस आवास के पास बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए। करीब एक घंटे तक नारेबाजी भी की। इस दौरान प्रदर्शनकारी पूर्व विधायक अशोक डोगरा को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही उपखंड अधिकारी, पुलिस उप अधीक्षक व जलदाय विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
इसके कुछ देर बाद ही भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल व समाजसेवी अशोक जैन भी मौके पर आ गए। जहां पर पार्षद से समझाइश कर बातचीत के लिए नीचे उतारा। बाद में अधिकारियों से वार्ड में एक पानी की टंकी का निर्माण कराने,एक बोङ्क्षरग तथा बंद बोरिगों को फिर से चालू करने का आश्वासन के बाद गुस्साए लोग माने और पानी की टंकी से नीचे उतरे। इस दौरान टंकी पर चढ़ी एक महिला की तबीयत बिगडऩे पर उसे पुलिस गाड़ी में अस्पताल ले
जाया गया।
टैंकरों से बुझा रहे प्यास
वार्ड में पिछले दस-पन्द्रह दिनों से जलापूर्ति पर्याप्त नहीं होने से वार्ड के बाङ्क्षशदों को टैंकरों से प्यास बुझानी पड़ रही है। वार्ड के महावीर शर्मा, अर्चना श्रृंगी का कहना था कि पेयजल आपूर्ति हुए कई दिन हो गए,लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे। कई बार समस्याओं से भी अवगत कराया, लेकिन समाधान नहीं हो पा रहा है।
ये थी मांगे
मालवीय नगर, देवपुरा, बीबनवां रोड की जलापूर्ति अलग अलग समय पर करने, गणेश बाग के अंदर तीन बाङ्क्षरग है,जो वर्तमान में किसी काम नहीं आ रहे, जिनमें मोटर डालकर सीधे ही सप्लाई लाइनों से जोडऩे व विधायक कोष से गणेश बाग में लगाए गए आठ इंच के बोङ्क्षरग चालू करने की मांग की है।