जानकारी अनुसार सांवतगढ़ ग्राम पंचायत मुख्यालय पर किराड़ मोहल्ला, धाकड़ मोहल्ला, हरिजन बस्ती, निमोद में माली नोहरा के पास, सोरण गांव में भगवान चारभुजानाथ मन्दिर व बालाजी मन्दिर के पास, हरमाली का खेडा में नाडा का झोपडा, गणेशपुरा में बालाजी के पीछे बैरवा मोहल्ला में सार्वजनिक जलस्रोत के खुले कुएं है। जहां पर यह कुएं आबादी के निकट व बीच में होने से इन बिना मुंडेर के कुएं से ग्रामीणों सहित बेजुबान पशुओं व अन्य जीव-जन्तुओ को भी खतरा होता आ रहा है, लेकिन अभी तक इन खतरें भरे वीरान पडे कुएं से हो रही घटनाओं से संबंधित विभाग अनजान बना हुए है।
इसका खामियाजा स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ बाहर गांवों से आगंतुक मेहमानों को भी घटनाओं का सामना कर चुके है। अभी तक इस तरह के कुएं के ढकाव को लेकर ठोस कदम नहीं उठाया गया है। समय रहते विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो कभी-भी अनहोनी घटना घटित हो सकती है। जनहानि सहित अन्य घटनाएं आबादी में कुएं के तीनो तरफ ग्रामीणों के मकान है। बच्चों का आवागमन है, बहुत-से कुएं के पास रहनेवाले ग्रामीणों के घरों के परिसर खुले नजर आते है। जो बच्चों को कभी-भी खतरा हो सकता है।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि अर्चना कंवर हाड़ा सहित ग्रामीणों का कहना है कि सांवतगढ़ में कुछ वर्ष पहले एक शादी समारोह में आए बराती रात्रि में बारात के जूलुस के दौरान एक बाराती गोल चबूतरे के पास के बिना मुंडेर के कुएं में गिर गया था, जो रातभर कुएं में ही रह गया था। गनीमत रही कि बराती रातभर कुएं में रहने के बाद भी बच गया। तत्कालीन सुबह ग्रामीणों ने पता चलने के बाद उसको कुएं से बाहर निकाला जा सका था।
ग्राम पंचायत के अधीन गांवों में बिना मुंडेर के कुएं पर जाली से ढकान करवाने के लिए सेक्शन निकालकर वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है। जल्द-ही बिना मुंडेर के कुएं से ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के लिए कार्य करवा दिया जाएगा।
कुलदीप नागर, ग्राम विकास अधिकारी,ग्राम पंचायत सांवतगढ़
कुलदीप नागर, ग्राम विकास अधिकारी,ग्राम पंचायत सांवतगढ़