सड़क के दोनों ओर बने मकानों, दुकानों से रोजाना लोग कचरा इकट्ठा कर डिवाइडर में डाल रहे हैं। यहां तक कि पालिका के सफाई कर्मचारी भी डिवाइडर में कचरा डाल रहे हैं। कचरे से भरने के बाद लोग इस कचरे में आग लगा देते हैं, जिससे धुंआ सड़क पर फैलता रहता है। आवागमन के दौरान वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। दुर्गा लाल मीणा ने बताया कि सड़क किनारे के दुकानदार दुकान की सफाई के बाद कचरा डिवाइडर के बीच खाली पड़ी जगह में भर देते हैं।
पालिका प्रशासन द्वारा सड़क के बीच बनाए गए डिवाइडर आवागमन के साथ शहर ही सौंदर्यकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनवाए गए थे, जिससे शहरवासियों को भी उम्मीद थी, लेकिन डिवाइडर बनने के डेढ़ साल बाद भी इनके बीच पौधे लगाने के लिए छोड़ी गई जगह में पौधे नहीं लगाए गए है। वहीं कार्य पूरा होने से पहले ही डिवाइडर कई जगह पर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
शहरवासियों का कहना है कि पालिका प्रशासन द्वारा बढ़ते आवागमन और दुर्घटनाओं को देखते हुए शहर की मुख्य सड़क की सड़क की चौड़ाई बढ़ाई गई। वहीं सड़क के बीच डिवाइडर बना दिए जाने से आवागमन सुगम हो गया। सौंदर्यकरण को बढ़ावा देने के लिए डिवाइडर बनने के दौरान बीच में पौधरोपण के लिए जगह छोड़ी गई थी। इनमें रंग बिरंगे फूलदार पौधे लगाए जाने पर शहर की सुंदरता निखर जाती, लेकिन सौंदर्य बढ़ने की जगह अब गंदगी पनप रही है।