उन्होंने आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारी इसमें प्रगति लाएं। सीएमएचओ और सीडीओ को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत चिन्हित एक हजार से अधिक बच्चों के लिए इलाज के लिए आपसी समन्वय स्थापित करते हुए सीएचसी में 31 जनवरी से पहले इनके इलाज के लिए कार्यक्रम निर्धारित किया जाए और इलाज कराएं। उन्होंने सीडीओ और स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक को निर्देश दिए कि स्कूलों में टॉयलेट बनाने के दौरान छात्र-छात्राओं के अनुपात का भी ध्यान रखा जाए।
सीईओ को निर्देश दिए कि टॉयलेट और पेयजल व्यवस्था से वंचित स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, सब सेंटर का बीडीओ के माध्यम से सर्वे करवाकर इनमें सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। संबंधित अधिकारी भी इसके संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला परिषद के माध्यम साफ सफाई के सबंध में पत्र जारी करें। साथ ही अपार आईडी, मंगला योजना के रजिस्ट्रेशन में प्रगति लाई जाए।
उन्होंने निर्देश दिए एसडीआरएफ के तहत संचालित कार्यों में गति लाई जाए और जो कार्य पूर्ण हो चुके है, उनके बिल भुगतान के लिए प्रस्तुत किए जाएं। उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक कोष के तहत जिन कार्यों के टेंडर हो चुके है उन्हें शीघ्र शुरू करवाएं तथा निर्माणाधीन कार्यों की पूर्णता में समय अवधि का भी ध्यान रखा जाए।बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर सुदर्शन सिंह तोमर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा, सीडीईओ महावीर शर्मा, नगर परिषद आयुक्त संतलाल मक्कड़, सीएमएचओ डॉ. ओपी सामर, संयुक्त निदेशक कृषि महेश शर्मा, विद्युत निगम के एसई केके शुक्ला, स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना समन्वयक निजामुद्दीन आदि मौजूद रहे।