यहीं नहीं जनप्रतिनिधियों ने भी श्रमदान में बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। जिला प्रमुख सोनिया गुर्जर, हिण्डोली की प्रधान ममता गुर्जर, उपखंड अधिकारी पूजा सक्सेना भी ग्रामीणों के बीच पहुंची और श्रमदान के लिए बनी मानव शृंखला में जुटी। ग्रामीणों के साथ कचरे से भरी तगारियां उठाई और कुंड को साफ करने में हिस्सेदारी दर्ज कराई।
पूर्व सरपंच मनमोहन धाभाई ने यहां ग्रामीणों को जलस्रोतों को संवारने की शपथ दिलाई। प्राचीन बावड़ी की सफाई को लेकर हर वर्ग में उत्साह देखते ही बना। सुबह की पहली किरण के साथ ही लोग सास-बहू के कुंड पर पहुंच गए और फिर शुरू हुआ साफ-सफाई का दौर।
हर कोई इस पूण्य
कार्य में भागीरथ बना। हाथ से हाथ मिले तो देखते ही देखते कुंड भी चकाचक हो गया। प्राचीन सथूर कुंड की खास बात यह रही कि यहां श्रमदान में महिलाओं ने अपनी भागदीारी निभाई। बच्चों से लेकर महिलाओं ने की बड़ी संख्या में उत्साह से श्रमदान किया।
ग्राम टोंकडा में सुबह 7 बजे से साढ़े 8 बजे तक अमृतम जलम अभियान के तहत बालाजी की बावड़ी में श्रमदान कर जल संरक्षण व जल स्रोत की सार सम्भाल की जनप्रतिनिधियो ,युवाओ ,प्रबुद्धजनों ने शपथ ली ।इस मौके पर ग्रामजनों ने बढ़चढक़र कार्यक्रम में भाग लिया।
इस दौरान सरपंच मानसिंह मीणा, प स सदस्य दुर्गा देवी,भाजपा किसान मोर्चा मण्डल अध्यक्ष महावीर बैरागी,नितिन मुकेश मीना, भाजपा नेता नंदगनेश शर्मा,शिवराज सिंह ,शांतिलाल जैन,गौतम कुमार, कुलदिप सिंह मीणा,रामप्रसाद मीणा, सहित कई लोगो ने कार्यक्रम में पहुचकर कार्यक्रम में अपना योगदान देकर बावड़ी को भव्यता प्रदान की । राजस्थान पत्रिका के अभियान की प्रसंशा की। सामाजिक सरोकार के इस कार्य मे बढ़चढक़र भाग लिया।