मंगलवार सुबह करीब नौ बजे विधायक हरिमोहन शर्मा अस्पताल पहुंचे और घटना को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में अपराध बढ़ रहा है। सरकार अपराध पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने जिला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मृतक शिक्षक के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की।
शिक्षक का प्राथमिक उपचार करने वाले चिकित्सक आशीष व्यास ने बताया कि मनीष का अस्पताल आने से पहले चार लीटर खून बह चुका था। तथा जांघ में धारदार हथियार घुसा कर घुमाया गया था, जिससे पैर में रक्त संचार वाली मुख्य नस कट गई। वहीं पैर में करीब आधा दर्जन से अधिक कटने के निशाने थे, जिसमें तीन काफी गहरे थे।
लंका गेट के पास दो स्थानों पर सोमवार देर शाम करीब साढ़े आठ पर घटनाक्रम हुआ था, वहीं एफएसएल टीम मंगलवार सुबह नौ बजे पहुंची। इस दौरान घटना स्थल पर कई लोगों की आवाजाही हुई। लोगों ने पुलिस पर मामले को लेकर तत्परता नहीं बरतने का भी आरोप लगाया।
लंका गेट के पास ढाबे पर मारपीट के बाद एक अन्य स्थान पर शिक्षक मनीष को आरोपियों ने चाकू मारे। इस दौरान लोगों ने कोतवाली पुलिस को सूचना भी की, लेकिन कोई मौके पर नहीं पहुंचा। वहीं लोग भी तमाशबीन बने रहे। मनीष दस मिनट तक सडक़ पर घायल अवस्था में पड़ा रहा। बाद में कुछ युवाओं ने घायल को अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में मौजूद मृतक के परिजनों का कहना था कि मृतक मनीष काफी मिलनसार था। डेढ़ साल पूर्व ही सरकारी अध्यापक बना था। मृतक मनीष परिवार में इकलौता है। परिजनों का कहना था कि उसका किसी से कोई झगड़ा या पुरानी रंजिश नहीं थी। वहीं परिजनों का कहना है कि उसकी डेढ़ माह शादी होनी थी।
सींती निवासी शिक्षक मनीष मीणा अपने दोस्तों के साथ लंका रोड स्थित एक ढाबे पर खाना खा रहा था। इसी दौरान तीन-चार युवक भी खाना खाने आए। उनके पास से गुजरते समय धक्का लगने पर मनीष का युवकों के विवाद हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई। हाथापाई के बाद युवक ढाबे से बाहर चले गए। मनीष और उसके साथी भी बाहर चले गए। थोड़ी देर बाद युवक मोटरसाइकिल पर वापिस लौटे और लंकागेट चौराहे से गुजर रहे मनीष मीणा पर पीछे से चाकुओं से हमला कर दिया। उन्होंने मनीष के शरीर पर कई जगह वार किए।
करीब साढ़े ग्यारह बजे लोग अस्पताल से निकल कर कलक्ट्रेट के मुख्य दरवाजे के बाहर आकर बैठ गए तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने एवं मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की।उन्होंने मौके पर कलक्टर व एसपी को बुलाने की भी मांग की। इस दौरान एसडीएम एचडी ङ्क्षसह एवं एएसपी उमा शर्मा ने लोगों से समझाइश की। इसके बाद दोपहर करीब साढ़े बारह बजे एसडीएम, एएसपी एवं एडीएम सुदर्शन ङ्क्षसह तोमर पहुंचे और लोगों सेे समझाइश की। एडीएम ने कहा कि घटना की जांच केस ऑफिसर स्कीम में की जाएगी। आरोपियों को पकडऩे का प्रयास जारी है। वहीं लोगों द्वारा की जा रही एक करोड़ रुपए सहायता राशि दिलवाने की मांग राज्य सरकार को भेज दी जाएगी। और इसकी एक प्रति भी उपलब्ध करवा दी जाएगी। इस पर मीणा समाज के अध्यक्ष रामेश्वर मीना छरगवाड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष जोधराज मीना, पूर्व अध्यक्ष आन्नदी लाल, रामेश्वर मीना लाडपुर, पूर्व जिला प्रमुख महावीर मीना सहित अन्य पदाधिकारियों ने सहमति जताई और जाम हटा दिया।
प्रकरण की जांच केस ऑफिसर स्कीम में की जाएगी। हत्याकांड में दो संदिग्ध को पकड़ा गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। शहर में अवैध ढाबों पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी, जिसके लिए सभी थानाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए है।
राजेन्द्र मीना, एसपी, बूंदी