जिले भर में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार अभियान चलाकर जगह-जगह मच्छर के लार्वा की खोज करेगी। यदि इस दौरान किसी के घर से लार्वा पाया जाता है तो टीम मकान मालिक को दोषी मानकर उससे जुर्माना वसूलेगी।
गौरतलब है कि पिछले साल जिले में लार्वा अधिक होने के कारण मच्छरों ने जमकर लोगों को अपना शिकार बनाया था। वहीं बताया जा रहा है कि इस बार भी मच्छरों का डंक कम नहीं है। जिससे निपटने के लिए जिला मलेरिया विभाग स्पेशल प्लानिंग में जुटा है। जिससे जिलावासियों को डेंगू और चिकन गुनिया के प्रकोप से बचाया जा सके। इसके लिए ही विभाग घर-घर लार्वा की खोज करेगा और लार्वा मिलने पर जुर्माना वसूलने की कार्रवाई भी की जाएगी।
सीएमओ डॉ. केएन तिवारी का कहना है कि शासन के निर्देश पर जल्द ही बैठक कर इसके लिए रणनीति बनाई जाएगी। अभी तक जिले के जिन घरों में दोबारा निरीक्षण करने पर डेंगू या चिकन गुनिया का मच्छर या लार्वा मिलता है उनके मकान मालिकों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। अब इसे बढ़ाकर 5000 रुपये करने की तैयारी की जा रही है। लोग जुर्माने से बचने के लिए अपने घरों में लार्वा पनपने नहीं देंगे।
मच्छरों को पैदा होने से इस तरह रोके -अपने घर या ऑफिस के आसपास किसी भी जगह पानी जमा न होने दें। गड्ढों को मिट्टी से भर दें और रुकी हुई नालियों को नियमित साफ करें।
– वहीं अगर पानी जमा होने से रोकना मुमकिन नहीं है तो उसमें पेट्रोल या मिट्टी का तेल डाल दें। – कूलर, फूलदान का सारा पानी हफ्ते में एक बार और पक्षियों को दानापानी देने के बर्तन को रोज पूरी तरह से खाली करें और उन्हें सुखाएं व फिर भरें। घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि नहीं रखें। अगर हैं भी तो उन्हें उल्टा करके रखें।
– डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं।तो पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें। – अगर मुमकिन हो तो घर की खिड़कियों और दरवाजों पर महीन जाली लगवाकर मच्छरों को घर में आने से रोकें।