यह भी पढ़ें- बुलंदशहर हिंसा: भाजपा के फायरब्रांड नेता का सबसे बड़ा खुलासा बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को गोली मारने के आरोप जीतेंद्र मलिक ऊर्फ जीतू फौजी का भाई अब उसके बचाव में सामने आ गया है। इस मामले में अब जीतू के भाई ने सवाल खड़े कर दिए हैं। जीतू के भाई का कहना है कि जीतू को जिस वीडियो में पुलिस होना बता रही है वह जीतू का नहीं है। उसने एक दूसरा वीडियो दिया है, जिसमें जीतू बवाल के समय मौजूद है, लेकिन दोनों वीडियो में समानताएं दिखाई नहीं दे रही हैं। जीतू भाई धर्मेंद्र का कहना है कि जीतू 19 नवंबर से 4 दिसंबर तक छुट्टी पर आया हुआ था। वह 3 दिसंबर को घर से निकल था। क्योंकि उसे 4 दिसंबर को रिपोर्टिंग करनी थी। उसने कहा कि बुलंदशहर पुलिस के सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उसने सेना और सीएम योगी आदित्यनाथ से निष्पक्ष जांच की मांग की। धर्मेंद्र ने ये भी कहा कि पुलिस प्रशासन मुख्य आरोपी को बचाकर मेरे भाई को फंसा रही है। बता दें कि धर्मेंद्र खुद भी एक फौजी है और फिलहाल वह पुणे में तैनात है।