यह है वजह बुलंदशहर के एसएसपी (Bulandshahr SSP) संतोष कुमार सिंह का कहना है कि गिरफ्तार की गई निशा ने पति की संपत्ति को हड़प करने के लिए यह षड्यंत्र रचा था। निशा ने तीनाें आरोपियों को 5 लाख रुपये में जेठ की हत्या करने की सुपारी दी थी। वारदात से पहले ही पुलिस को इसकी सूचना मिल गई, जिससे आरोपी पकड़ लिए गए। निशा पर संपत्ति के लालच में अपने ही पति की हत्या करवाने का भी आरोप है। आरोप है कि निशा ने जनवरी 2018 में अपने बदमाश प्रेमी अमित उर्फ कलवा व उसके साथियों से पति जगवीर की हत्या करा दी थी। निशा का पति जगवीर नगरपालिका में ठेकेदार था। इस मामले में निशा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल में ही निशा के संबंध मंदीप से हो गए थे। वह कुछ दिन पहले ही जेल से छूट कर आई है। उसकी जमानत भी मंदीप ने ही करवाई थी।
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था हत्यारोपी पुलिस के मुताबिक, निशा के पति का हत्यारोपी अमित उर्फ कलुवा मार्च 2018 में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। इसके दाे बच्चे हैं। उन्हें ससुराल वाले पाल रहे हैं। जगवीर के नाम पर कुछ संपत्ति है, जो इसके बच्चों के नाम कर दी गई थी। मंदीप ने निशा को बताया था कि उस संपत्ति को लेने के लिए बच्चों की देखभाल करने वाले के चचेरे भाई जगपाल की हत्या कर दी जाए। इससे घर वाले डरकर संपत्ति निशा के नाम कर देंगे। इसे बाद वह संपत्ति बेचकर उसके साथ बाहर चली जाती। निशा ने शूटर विजय और बाबू को अपने जेठ जगपाल की हत्या की सुपारी दी थी।
हत्या करने आए थे बदमाश शुक्रवार को हत्या करने की योजना थी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सिकंदराबाद में खुर्जा रोड स्थित जगपाल की स्पेयर पार्ट्स दुकान के आपपास घेराबंदी कर दी थी। जैसे ही तीनों आरोपी दुकान के पास दिखे, पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक मोटरसाइकिल, दो तमंचे, एक पिस्टल और 11 कारतूस मिले हैं। बाबू जाटव पर 10 संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। डबल मर्डर के एक मामले में उसको 12 साल की सजा हुई है। चार साल पहले ही वह जमानत पर जेल से बाहर आया था। वहीं, मंदीप पर चार व विजय राणा पर दो मामले दर्ज हैं।