दरअसल मोहम्मद अरमान शनिवार की शाम को अपने ही दोस्त संजीव, रोहित ,शानू और नासिर के साथ ईद पर नए कपड़े पहनने के लिए बाजार से नए कपड़ों की खरीददारी करने के लिए गया था। परिजनों की मानें तो अरमान घर से ₹8000 लेकर गया था। मगर देर शाम तक जब नहीं लौटा, तो परिजन परेशान हो उठे और आनन-फानन में अरमान की गुमशुदगी का मामला शिकारपुर कोतवाली में दर्ज करा दिया।
रविवार को जब पुलिस ने अरमान के दोस्तों को पकड़ कर उनसे पूछताछ कि तो उनकी निशानदेही पर दिल्ली- बदायूं नेशनल हाईवे पर स्थित एक पॉपुलर के बाग से मोहम्मद अरमान का शव बरामद कर लिया। मोहम्मद अरमान की उसके ही नाड़े से गला दबाकर हत्या की गई थी। मृतक के चेहरे पर भी चोट के निशान थे । मामले की जानकारी पाकर मौके पर फॉरेंसिक विभाग की टीम ने एवं पुलिस के आला अधिकारियों ने पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । पुलिस ने मोहम्मद अरमान की हत्या के आरोप में उसके ही चार दोस्तों को गिरफ्तार किया है ।