मेरे हाथ भरे हुए हैं दरअसल, सोनू सूद ने आईएएनएस से अपनी बातचीत में कहा, ‘एक एक्टर के तौर पर मेरे हाथ भरे हुए हैं। इसके अलावा मैं बहुत से चैरिटी का काम कर रहा हूं, जिसमें बहुत ध्यान और वक्त लगता है। इसलिए अभी राजनीति कहीं नहीं है। हालांकि सोनू सूद ने ये भी कहा कि आज से 10 साल बाद नियति ने मेरे लिए क्या लिखा है, इसके बारे में वह कुछ नहीं कह सकते हैं।’
सोनू सूद जब लॉकडाउन में लोगों की मदद कर रहे थे तो उस दौरान उनके पास कई फिल्मों की स्क्रिप्ट्स भी जमा होती गईं। खास बात ये है कि इन फिल्मों में जो उन्हें रोल करने के लिए दिए जा रहे हैं वो उनकी उम्मीदों से कहीं अधिक हैं। सोनू सूद ने मुस्कुराते हुए कहा, “हां, जिस तरह से लोग मुझे देखना और चित्रित करना चाहते हैं, उसे लेकर पूरी धारणा बदल गई है। मैं बदलाव देख सकता हूं और अब सही स्क्रिप्ट चुनने की आवश्यकता हैं और कुछ जादुई होने वाला है।”
मेडिकल के छात्र की भरी फीस आपको बता दें कि हाल ही में डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले बस्ती के पैरामेडिकल छात्र यश पाल ने सोनू सूद से मदद मांगी। वह इस साल की फीस जमा नहीं कर पा रहे थे। यश पाल ने बताया कि उनके पिता एक मजदूर हैं और वह भी मजदूरी करके पढ़ाई कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर मदद मांग रहे हैं। ऐसे में सोनू सूद ने बिना देर किए छात्र की इस साल की पूरी फीस जमा कर दी। साथ ही उन्होंने छात्र से कहा कि अब वह गरीबों का इलाज फ्री में करेंगे।