एक बार विनोद खन्ना ने एक इंटरव्यू में अपनी इच्छाओं का जिक्र किया था। उन्होंने बिना झिझक के यह कुबूल किया था कि उनकी जिंदगी में इंटीमेट रिलेशनशिप यानी यौन रिश्तों की कितनी अहमियत है। एक्टर ने कहा था कि वह कोई संत नहीं हैं जो किसी महिला से प्यार नहीं करेंगे या उसके साथ संबंध नहीं बनाएंगे।
महिलाओं के बिना हम यहां नहीं होते
अपनी जरूरतों का जिक्र करते हुए एक्टर ने कहा था,’मैं एक बैचलर था और जहां तक महिलाओं की बात है तो मैं कोई संत नहीं हूं। मुझे सेक्स की उतनी ही जरूरत है, जितनी किसी और को होती है। महिलाओं के बिना हम यहां नहीं होते। यौन संबंध नहीं होते तो हम यहां नहीं होते। तो फिर किसी को मेरे महिलाओं के साथ होने पर आपत्ति क्यों होनी चाहिए?’
गीतांजलि से हुआ प्यार
अगर एक्टर के लव लाइफ की बात करें तो विनोद जब कॉलेज में थे तब उनकी मुलाकात गीतांजलि नाम की लड़की से हुई। एक्टर को गीतांजलि से प्यार हो गया और दोनों ने शादी कर ली। विनोद खन्ना ने 1971 में गीतांजलि से शादी की और दो बेटों अक्षय खन्ना और राहुल खन्ना के पिता बने।
अमृता सिंह को दे बैठे थे दिल
इसके बाद उनकी जिंदगी में एक्ट्रेस अमृता सिंह ( amrita singh ) की एंट्री हुई। बताया जाता है कि साल 1989 में आई फिल्म ‘बंटवारा’ में विनोद खन्ना और अमृता सिंह ने साथ काम किया था। इसी फिल्म के दौरान दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे। हालांकि जब फिल्म की शूटिंग खत्म हुई तब ही विनोद और अमृता का रिश्ता भी खत्म हो गया। लेकिन इसके कुछ साल बाद अचानक विनोद खन्ना घर-बार और फिल्में छोड़कर संन्यासी बन गए और ओशो के आश्रम में चले गए। तभी गीतांजलि ने विनोद खन्ना को तलाक देने का फैसला कर लिया।
गीतांजलि से तलाक के बाद कविता से हुआ प्यार
विनोद खन्ना जब कुछ साल बाद ओशो के आश्रम से वापस लौटे तो उनकी मुलाकात कविता नाम की एक महिला से हुई और वह उनसे प्यार करने लगे। इस तरह विनोद खन्ना और कविता की लव स्टोरी शुरू हो गई और फिर 1990 में दोनों ने शादी कर ली। कविता से शादी के बाद विनोद खन्ना बेटे साक्षी और बेटी श्रद्धा के पिता बने।