अपने किरदार को लेकर विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि पहले ये था कि मेरा ये रोल कोई और प्ले करेगा। मगर संयोग से ये रोल मैंने ही प्ले किया। विकास दिव्यकीर्ति कहते हैं कि लोगों ने मुझसे कहा कि अपने आप को प्ले करना बेहद मुश्किल होता है। मगर मुझे ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा। मैंने सोचा कि ऐसा नहीं है। जैसा मैं यहां हूं, अभी हूं वैसे ही वहां पर भी था।
विकास दिव्यकीर्ति ने अपने इंटरव्यू में करियर और प्यार में से एक को चुनने या दोनों को साथ रखने के सवाल पर कहा कि मेरी समझ ये है कि करियर बनाने और प्यार करने की एक ही उम्र होती है और दोनों ही चीजें पूरा फोकस मांगती हैं। ऐसे में जब मुझसे क्लास के बच्चे सवाल करते हैं।
इसके बाद उन्होंने कहा ‘मैं कहता हूं कि कुछ दिन प्रेम करलो। फिर समझ आ जाएगा। अगर प्रेम सिर्फ चेहरे और देह से हुआ है तो वो 20-25 दिन से ज्यादा टिकेगा ही नहीं। जब दो लोग बात करते हैं तो मेकअप पीछे चला जाता है और हैसियत सामने आ जाती है। ऐसे में अगर ये ग्राफ नीचे आ गया तो आप मुक्त हो गए। और मुक्त हो गए तो पढ़ाई कर लो। और अगर प्रेम सच्चा है तो वो आपको पढ़ने से रोकेगा नहीं वो सहायक ही है।’
‘मैं मानता हूं कि जिंदगी सिर्फ एक ही है। एक ही है तो उसी को जीना है और उसी में प्रयोग भी करने हैं। ऐसे में जब भी मौका आए तो इसे गंवाना नहीं चाहिए।’