विद्या बालन ने इसका किस्सा द अनुपम खेर शो में बताया था। शो में अनुपम खेर ने उनसे पूछा, ‘आपकी एक फिल्म थी जिसमें आपने सबकुछ ऊपर-नीचे कर दिया था। वो फिल्म थी- एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट।’ इसके बाद विद्या बताती हैं, ‘साल 2005 में रिलीज हुई फिल्म परिनीता के बाद मिलन लूथ्रिया मेरे साथ काम करना चाहते थे। वो मेरे पास आए और बताया कि फिल्म का नाम- ‘डर्टी पिक्चर’ होगा।’
इसके बाद विद्या ने बताया, ‘मैं ये सुनकर हैरान रह गई थी। मैंने उनसे पूछा कि आपको कंफर्म है कि ये फिल्म आप मेरे साथ करना चाहते हो। उन्होंने कहा कि हां मुझे पक्का है कि मैं ये फिल्म आपके साथ करना चाहता हूं। उसके बाद मैं उनसे पूछती रही कि मैं ही क्यों। उन्होंने कहा कि फिल्म पूरी होने के बाद मैं बताऊंगा कि तुम ही क्यों। मैं तो स्लीवलेस तक नहीं पहनती और फिल्म में स्लीव्स ही नहीं थे।’
विद्या आगे कहती हैं कि फिल्म में बहुत ज्यादा स्किन शो करना था। लेकिन डायरेक्टर ने मुझसे कहा था कि तुम्हें किसी के बारे में कुछ देखने की जरूरत नहीं है। साथ ही, विद्या ने ये भी बताया कि उनके माता-पिता का क्या रिएक्शन था। वह कहती हैं कि मैंने जब घरवालों को बताया कि ऐसी फिल्म मुझे ऑफर हुई है तो उन्होंने कहा कि ठीक है कर लो। मैंने इतना काम कर लिया था कि उन्हें मेरे पर भरोसा था। इसके अलावा, एक इंटरव्यू में विद्या ने ये भी बताया कि फिल्म देखने के बाद उनके पिता ताली बजा रहे थे। वहीं, उनकी मम्मी रोने लगी थीं क्योंकि फिल्म में वह मर जाती हैं।