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-उषा ने वर्ष 1953 में प्लेबैक सिंगर के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया था। हालांकि, इससे पहले वह कुछ कम बजट की फिल्मों में गा चुकी थीं। इसके बाद ही उन्हें बड़ी सफलता मिली।
-1975 में आई फिल्म ‘जय संतोषी मां’ में उन्होंने ‘मैं तो आरती’ गाया और घर—घर में अपनी एक अलग पहचान बनाई। उषा को महाराष्ट्र के शिक्षामंत्री डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री से सम्मानित किया था।
-उषा को लोक संगीत से बहुत लगाव रहा है। उन्होंने 60 साल से अधिक उम्र तक सिंगिंग की। उन्होंने 1992 में दूरदर्शन के लिए म्यूजिकल ड्रामा ‘फूलवतीं’ को प्रोड्यूस किया था। जिसकी कहानी बाबा साहेब पुरंदरे पर आधारित थी।
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-राज एन सिप्पी की सस्पेंस थ्रिलर फिल्म ‘इनकार’ में उषा ने चार्ट बस्टर सॉन्ग ‘मुंगड़ा’ गाया था।
-‘मुंगड़ा’ सॉन्ग को फिल्म ‘टोटल धमाल’ में रिक्रिएट किया गया, लेकिन ओरिजिनल सिंगर उषा मंगेशकर इससे खुश नहीं थी। वह पुराने सॉग्स के रिमिक्स के बिल्कुल खिलाफ हैं।
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-वर्ष 2017 में 27 साल के लंबे वक्त के बाद उषा मंगेशकर और लता मंगेशकर ने फिल्म ‘मैं खुदीराम बोस हूं’ के सॉन्ग ‘एक बार बधाई दे दो मन’ को साथ में गाया। यह फिल्म एक बंगाली फ्रीडम फाइटर की लाइफ पर बेस्ड थी। इससे पहले दोनों पिछली बार फिल्म ‘आया मौसम दोस्ती का’ और ‘मैंने प्यार किया’ में साथ गाया था।
-लॉकडाउन के दौरान लता मंगेशकर की बहन उषा को सांस लेने में तकलीफ के चलते ब्रीच कंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।