इसके बाद फिर उन्होंने कहा था कि ‘उन्होंने करण जौहर, चार्ममे कौर, पुरी जगन्नाथ और फिल्म की टीम के बाकी लोगों के साथ कोरोना महामारी के बीच फिल्म को पूरा करने के लिए तीन साल तक कड़ी मेहनत की है। तीन साल पहले साल 2019 में हमने इस फिल्म की शुरुआत की थी। उस समय, यह ‘बायकॉट बॉलीवुड’ नहीं था। ये सब लॉकडाउन में शुरू हुआ और हम उस समय तक शूटिंग शेड्यूल में आ चुके थे। उस समय, हमें लगा कि हमारी फिल्म को पूरे भारत में ले जाने के लिए करण जौहर सर से बेहतर कोई विकल्प नहीं है जब हमने उनसे फिल्म को हिंदी में रिलीज करने का अनुरोध किया, तो उन्होंने इसे गर्मजोशी से लिया और अब हमें नॉर्थ से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला।
हालांकि जैसे- जैसे फिल्म रिलीज करीब आ रही है उनके सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda Video) ने सबसे पहले अपने स्ट्रगल के बारे में बात की। वो ये बताना चाह रहे थे कि वो सेल्फ मेड एक्टर हैं और यहां तक पहुंचने के लिए काफी स्ट्रगल किया है। उन्होंने कहा, ‘रिस्पेक्ट के लिए लड़ना पड़ा। इस दुनिया में मेरी जगह के लिए लड़ना पड़ा। काम के लिए लड़ना पड़ा। हर पिक्चर एक लड़ाई था। जो मेरा पहला पिक्चर था, प्रोड्यूसर भी नहीं मिला था। हम सभी ने फ्री में एक्टिंग किया। पिक्चर बनाने के लिए फिर लोगों का प्यार मिला और वो पिक्चर बहुत बड़ा हिट हुआ। रिलीज करने के लिए कोई नहीं था, क्योंकि हम लोग कुछ भी नहीं थे।’
एक्टर ने कहा कि ‘लाइगर’ को लेकर कहा कि अब इंडिया के लिए पिक्चर बना रहे हैं तो थोड़ा-बहुत ड्रामा तो होना चाहिए। वो कहते हैं, ‘और अब इंडिया के लिए बना रहा हूं पिक्चर तो थोड़ा बहुत ड्रामा होना चाहिए। लड़ेंगे सच्चे दिल से काम किया, जितना पॉसिबल था, एक एक्टर की तरह किया। जब मैं स्ट्रगल कर रहा था काम के लिए, मेरा एक डायरेक्टर, उन्होंने बोला मुझे एक दिन कि तुम्हारा धर्म तुम करो, बाकी सब यूनिवर्स देख लेगा। मैं सोचता हूं कि मैं करेक्ट हूं। मैं एक्टर की तरह कम और विजय देवरकोंडा की तरह ज्यादा बात करता हूं।’