कुछ विशेष समुदायों द्वारा फिल्म की विषय सामग्री को लेकर शिकायत किए जाने के बाद न्यूजीलैंड के सेंसर बोर्ड ने इसकी रिलीज पर रोक लगा दी है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म को ए प्रमाण-पत्र प्रदान किया है, जो फिल्म को 16 या उससे अधिक उम्र के लोगों को देखने की अनुमति देता है। हालांकि, अब बोर्ड इस प्रमाणन की समीक्षा करना चाहता है।
आपको बता दें, फिल्म को मुस्लिम समूहों द्वारा कई देशों में बैन करने के लिए वहाँ की सरकारों पर दबाव डाला जा रहा है। सिंगापुर, क़तर जैसे कई देशों में पहले से ही फिल्म बैन है। तो वहीं विवेक अग्रिहोत्री ने अब ट्वीट कर एक सर्वे पोस्ट करते हुए लोगों से सपोर्ट मांगा है, उन्होंने लिखा, “प्रिय मित्रों, कुछ सांप्रदायिक और आतंकी हमदर्द समूह #TheKashmirFiles पर प्रतिबंध लगाने के लिए न्यूजीलैंड सरकार पर दबाव डाल रहे हैं। यह नैतिक रूप से और मुख्य रूप से गलत है। कृपया #RightToJustice का समर्थन करें। न्यूजीलैंड सर्वे में कश्मीर फाइल्स की स्क्रीनिंग।”
इससे पहले भी विवेक अग्निहोत्री ने एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए ट्वीट किया, “कुछ सांप्रदायिक समूह #TheKashmirFiles पर प्रतिबंध लगाने के लिए न्यूज़ीलैंड के सेंसर बोर्ड पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं सभी भारतीयों से एकजुट होने और कट्टरपंथियों द्वारा इस अलोकतांत्रिक रणनीति का अत्यंत विनम्रता के साथ विरोध करने और मानवता और मानवाधिकारों की रक्षा हेतु इस फिल्म को रिलीज करने का अनुरोध करता हूँ।” इसके साथ ही उन्होंने उन्होंने #FOE अर्थात फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन का हैस टैग भी लगाया।
बता दें, कि कश्मीरी पंडितों की कहानी पर आधारित फिल्म ‘The Kashmir Files’ में साल 1990 में हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के एक छोटे हिस्से को दिखाया गया है। देश-विदेश के ज्यादातर शहरों के सिनेमाघरों में शो हाउसफुल चल रहे हैं। फिल्म के माध्यम से विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी पंडितों पर हुए हिंसा की दास्तान को घर-घर तक पहुँचा दिया है।
इस फिल्म के माध्यम कई दूसरी कहानियाँ भी सामने आई हैं। जिससे आतंकवादी ताकतें बेनकाब हो चुकी हैं। जिसके बाद कश्मीरियत और कश्मीर में शांति की बात करने वाले वामपंथी और एकतरफा नैरेटिव फैलाने वाले लोग इस कदर जल उठे हैं कि निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को लगातार गालियाँ और धमकियाँ दे रहे हैं।