दरअसल, साल 2018 में देश में मीटू अभियान चला था। एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने बॉलीवुड में इसकी शुरुआत की थी। जिसके बाद कई एक्ट्रेस सामने आईं और उन्होंने खुद के साथ हुए शोषण के बारे में खुलकर बात की। इसी कड़ी में मुनमुन दत्ता ने भी खुलासा करते हुए बताया था कि पड़ोस वाले अंकल और ट्यूशन टीचर उनके साथ गंदी हरकतें किया करते थे।
मुनमुन ने लिखा, “फिर से उन यादों को लिखते हुए मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं। उन यादों में वापस जाना जब मैं छोटी बच्ची थी और अपने पड़ोस में रहने वाले अंकल और उनकी शिकारी नजरों से डरती थीं। वो मौके का फायदा उठाकर मुझे यहां-वहां से पकड़ता था और मुझे धमकाता था कि मैं इस बारे में कभी किसी से न कहूं। या फिर मुझसे काफी बड़ा मेरा कजिन, जो मुझे अपनी बेटियों से अलग तरीके से देखता था। और वो आदमी जिसने मुझे अस्पताल में पैदा होते हुए देखा और 13 साल बाद उसे मेरी बॉडी को छूना सही लगा क्योंकि मैं बढ़ रही थी और मेरी बॉडी बदल गई थी।”
मुनमुन ने आगे लिखा, “या फिर मेरा वो ट्यूशन टीचर जिसका हाथ मेरा अंडरपैंट्स में था या फिर वो दूसरा टीचर जिसे मैं राखी बांधती थी वो क्लास में फीमेल स्टूडेंट्स को उनकी ब्रा स्टैप खींचकर डांटता था और उनकी छाती पर थप्पड़ मारता था। या फिर ट्रेन में वो शख्स जो आपको पकड़ लेता है। क्यों? क्योंकि आप बहुत छोटे होते हो और बोलने से डरते हो। आप इस हद तक डर जाते हो कि आप अपने पेट में मरोड महसूस कर सकते हो और आपका गला भर जाता है। आपको नहीं पता होता कि आप इन सब बातों को अपने पैरेंट्स को कैसे बताएं। यहीं से आपको अंदर से मर्दों से नफरत शुरू हो जाती है क्योंकि आपको पता है वे ही अपराधी हैं। ये एक ऐसी फीलिंग होती है, जिससे उबरने में आपको सालों लग जाते हैं।”