इस बारे में सोनू ने कहा, ‘मेरा मानना है कि वर्तमान समय में जब हम सभी इस वैश्विक स्वास्थ्य आपदा का सामना कर रहे हैं, प्रत्येक भारतीय अपने परिवारों और प्रियजनों के साथ रहना चाहता है। मैंने महाराष्ट्र और कर्नाटक सरकारों से इन प्रवासियों को लगभग 10 बसों से घर पहुंचाने की अनुमति ली। मेरे लिए छोटे बच्चों और बूढ़े माता-पिता सहित सड़कों पर घूमने वाले इन प्रवासियों को देखना बहुत ही भावुक कर देने वाला था। मैं अपनी क्षमता के अनुसार दूसरे राज्यों के लिए भी यही करूंगा।’
गौरतलब है कि सोनू ने हाल ही पंजाब के डॉक्टर्स को 1,500 पीपीई किट्स डोनेट किए। साथ ही रमजान के दौरान भिवंड़ी के मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था की। इससे पहले उन्होंने मुंबई में स्थित अपना हॉटेल मेडिकल स्टॉफ के रहने के लिए दिया था।