40 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि कई बार घृणा शब्दों के स्तर तक होती है लेकिन कभी-कभार यह बढ़कर क्रूरता में बदल जाती है। उन्होंने कहा, ‘नफरत का प्रतिघात होता है। कभी-कभार यह शाब्दिक स्तर पर बना रहता है और कभी-कभार ये वास्तव में हिंसा में तब्दील हो जाता है, जिसके कारण लोगों को अपनी नौकरियां खोनी पड़ती है और परिणाम भुगतने पड़ते हैं। यह चिंता की बात है कि किसी को साफ बोलने से पहले दो बार सोचना पड़ता है, जो कि दुखद है।’