बहुसंख्यकों की सहानुभूति के लिए किया था ऐसा?
मुंबई में साल 1993 में बम ब्लास्ट हुए। ब्लास्ट की जांच शुरू हुई तो इसकी आंच संजय दत्त तक पहुंची। विदेश में शूटिंग कर रहे संजय दत्त को पुलिस ने बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। संजय दत्त के बारे में तमाम तरह की खबरें चल रही थीं और आतंकियों से रिश्ता होने के बातें अखबारों में छप रही थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस वक्त सुनील दत्त और संजय दत्त को सलाह दी गई कि उनको बहुसंख्यक समुदाय से सहानुभूति मिलना जरूरी है। इसके लिए उनको टीका लगाकर निकलना चाहिए। इसके बाद संजय दत्त ने माथे पर टीका लगाना शुरू कर दिया। ऐसा माना जाता है कि मीडिया में बन रही मुस्लिमों के पक्ष में झुकाव वाली अपनी छवि को बदलने के लिए संजय ने ऐसा किया। 90 के दशक के बीच से ये देखा गया कि संजय दत्त कोर्ट कचहरी हो या दूसरे सार्वजनिक कार्यक्रम, ज्यादातर जगह टीका लगाए दिखने लगे। हालांकि संजय या उनके परिवार ने कभी इस बदलाव पर कोई जाब नहीं दिया।