किसी की मदद करने वाला कई बार खुद मुश्किल में फंस जाता है। इसके लिए उसको मदद की कीमत चुकानी पड़ती है। ऐसा ही बॉलीवुड अभिनेता रणवीर शौरी के साथ हुआ है। रणवीर शौरी को लॉकडाउन में गर्भवती महिला की सहायता करना महंगा साबित हुआ है। उन्होंने अपने नौकी की गर्भवती पत्नी की मदद की। इसलिए पुलिस ने उनकी कार को जब्त कर लिया। रणवीर शौरी ने ट्विटर पर इस घटना के बारे में बताया।
रणवीर ने बताया कि ना सिर्फ मुंबई मुलिस ने उनकी कार को जब्त किया बल्कि इसे छुड़ाने के लिए उनको 8 घंटे का इंतजार भी करना पडा। यह घटना बुधवार रात की है। उन्होंने कहा कि मेरे नौकर की पत्नी गर्भवती थी और उसकी डिलीवरी होने वाली थी। लॉकडाउन के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है, ऐसे में मैंने अपनी कार मेरे नौकर को दे दी और उसे उसकी पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए कहा। एक अफसर ने मेरी कार जब्त कर ली। उनका मानना है कि बच्चे की डिलीवरी इमरजेंसी नहीं है।
अभिनेता ने इस घटना के बारे में एक के बाद एक कई ट्टीट किए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें आठ घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस स्टेशन में बैठाकर रखा। अभिनेता ने लिखा, ‘एक अधिकारी की मनमानी के कारण मैं अपनी गाड़ी खो सकता हूं, 3 घंटे बाद भी मेरी शिकायत पर एक्शन नहीं लिया गया।’
रणवीर ने कहा कि पुलिस अधिकारियों के इस बर्ताव से मैं बहुत ही ज्यादा हैरान, परेशान और साथ ही दुखी हूं। आप लोग मुझे सलाह दें। एक्टर ने अपने ट्वीट पर मुंबई पुलिस को भी टैग किया है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की नीयत और कार्यशैली पर कई सवाल भी किए। उन्होंने बताया कि मेरे निर्दोष ड्राइवर पर एफआईआर दर्ज की गई और इससे मैं अपनी गाड़ी भी खो सकता था।