‘फैशन’ के 12 साल पूरे होने पर Kangana Ranaut ने शेयर अनुभव, सेट पर प्रियंका के बर्ताव का किया खुलासा
दिल्ली के कॉन्स्टीच्यूशन क्लब में गुरूवार को फिल्म के विचमोचन समारोह के लिए कई संत समुदाय के लोग मौजूद थे। इस दौरान जूना गढ़ अखाड़ा हरिद्वार के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी नरेन्द्रानंद गिरि, महामंत्री स्वामी हरि गिरि जी, हिंदू धर्म आचार्य सभा के संयोजक और महामंत्री स्वामी परमात्मानंद सरस्वती भी इस समारोह का हिस्सा बने थे। फिल्म के निर्मता पुनीत इस्सर ने और निर्देशक सिद्धांत इस्सर ने फिल्म की कहानी से सभी को संतों को अवगत कराया।
संतों की हत्या पर बनने जा रही फिल्म पर सभी संत सहमति जताते हुए नज़र आए। उन्होंने इस बीच इंडस्ट्री में बन रही फिल्मों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आज के दौर में गौ माता और संतों की महिमा को लेकर कोई भी फिल्म नहीं बनाई जाती है। जबकि बॉलीवुड समाज का आईना मना जाता है। जो समाज से कुरीतियों को दूर करने के लिए जानना जाता है। समाज में नाइंसाफी के खिलाफ फिल्मों के जरिए आवाज़ उठाई जा सकती है, लेकिन यह सब जानते हुए भी कोई बड़ा अभिनेता या अभिनेत्री सामने नहीं आई। वहीं संतों ने उनके साथ होने वाली घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पालघर में कई लोग ऐसे हैं जो आज भी साधु संतों को सड़क से जाते हुए परेशान करते हैं। उन्होंने यह भी जो संत धर्म की रक्षा करता है। धर्म भी उसकी रक्षा करता है।