प्रेस कॉन्फ्रेंस ने दिया ने बताया कि उनके पिता Frank Handrich और मां Deepa Mirza मुस्लिम थीं। अलग-अलग धर्म के होने की वजह से स्कूल में बच्चे उन्हें चिढ़ाते थे। स्कूल में बच्चे उनसे पूछते थे कि वह कौन हैं। इसके बाद जब वह स्कूल से घर आती थीं तब वह अपनी मां पूछती से कि वह कौन हैं। इस पर उनकी मां जवाब देती थीं कि धर्म से कुछ नहीं होता। एक अच्छा इंसान बनना बहुत जरूरी।
दिया के अलावा मोहित रैना ने भी ने अपने बचपन की बातें शेयर कीं। उन्होंने बताया कि जब बहुत छोटे थे तब कश्मिर उनका एक मुस्लिम दोस्त हुआ करता था। दोनों साथ खाते, खेलते और साथ में उर्दू भी सीखते थे। लेकिन अब वो मेरे साथ नहीं। अगर देश में धर्मों को लेकर बवाल न होता तो शायद आज हम साथ होते।