प्रकाश झा इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘मट्टो की साइकिल’ के प्रमोशन में काफी बिजी चल रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने फिल्म को लेकर अपनी बात रखते हुए ये साफ कहा कि ‘ये सब इंडस्ट्री के लिए एक वेक अप कॉल की तरह है’। उन्होंने कहा कि ‘उन्हें समझना चाहिए कि वे बकवास बना रहे हैं। केवल पैसे, कॉरपोरेट्स और एक्टर्स को ज्यादा पैसे देने के लिए फिल्में नहीं बनाई जा सकती। एक अच्छी कहानी लिखने की जरूरत है जो आपको समझे और मनोरंजन करे’।
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प्रकाश झा ने बात करते हुए आगे कहा कि ‘उन्हें ऐसी कहानियां बनानी चाहिए जो लोगों से जुड़ी हों’। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ‘हिंदी इंडस्ट्री के लोग बात तो हिंदी में करते हैं, लेकिन बना क्या रहे हैं ? उनकी दुकान बस रीनेक पर उटकी हुई है? अगर आपके पास बताने के लिए कहानी नहीं है, तो फिल्में बनाना बंद कर दें’। गंगाजल एक्टर और डायरेक्टर प्रकाश ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि ‘फिल्म मेकर्स को कड़ी मेहनत करनी चाहिए और ये सोचना चाहिए कि आखिर क्यों लोग फिल्में देखने सिनेमा घरों में नहीं पहुंच रहे हैं?’
अपने इंटरव्यू में प्रकाश आगे कहते हैं कि ‘ये बायकॉट कल्चर हमेशा से रहा है। बात बस सिर्फ इतनी सी है कि लोग अब इसके लिए सोशल मीडिया को इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर दंगल और लगान फ्लॉप होती तो हम समझ सकते थे कि ये बायकॉट के कारण हुआ है, लेकिन लाल सिंह चड्ढा ऐसी फिल्म है जिसे पहले दिन से किसी ने पसंद नहीं किया। मुझे ऐसा कोई नहीं मिला जो ये कहे कि वाह, क्या फिल्म थी’।