इतना ही नहीं उन्होंने ये भी बताया कि जब भूमिका भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसे बड़े व्यक्तित्व की हो, तो चुनौती और भी बढ़ जाती है। साथ ही उनके वक्तव्य, शारीरिक हाव-भाव और कविताएं पढ़ने के अंदाज समेत लोग उनके जीवन से जुड़े तमाम पहलुओं से भली-भांति परिचित हुआ।
जानिए पंकज त्रिपाठी ने क्या कहा?
इन्हीं चीजों को देखते हुए अटल बिहारी वाजपेयी की बायोपिक फिल्म मैं अटल हूं में उनकी भूमिका निभा रहे अभिनेता पंकज त्रिपाठी पहले इसको लेकर हिचकिचा रहे थे। लेकिन इंटरव्यू में वो बताते हैं, “जब यह फिल्म मेरे पास आई तो उस समय मेरे आसपास कुछ प्रोफेसर, पत्रकार और लेखक मित्र बैठे थे। उन सबको यह यकीन था कि तुम्हारे पंकज सिवाय यह रोल और कोई नहीं कर सकता है।”
पंकज त्रिपाठी ने आगे कहा, “मेरे मित्रों का इतना भरोसा देखकर मैंने पूछा क्यों? तो उन्होंने कहा कि पता नहीं क्यों, लेकिन हमें ऐसा लग रहा है कि तुम से बेहतर कोई और नहीं कर पाएगा। फिर मैंने सोचा कि अपने मित्रों की बातों के भरोसे आगे बढ़ते हैं।”
जल्द ही सिनेमाघरों में देखने को मिलेगी ‘मैं अटल हूं’
पंकज त्रिपाठी ने कहा, “अटल जी मेरे खुद के प्रिय नेता थे। मेरी कोशिश यही रहेगी कि मैं उनकी भूमिका के साथ न्याय कर पाऊं, लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर पाऊं।” रवि जाधव निर्देशित इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है। जल्द ही सिनेमाघरों में देखने को मिलेगी।