जी हां, पंकज का मानना है कि अपनी जड़ों से जुड़े रहने के कारण ही वे इस सफलता को पूरी तरह से इंजॉय कर पा रहे हैं। हाल में एक्टर ने इस बारे में मीडिया से बातचीत की और बताया, ‘मैं और मेरी पत्नी मृदुला अपने ड्रीम हाउस में शिफ्ट हुए हैं। लेकिन मैं आज भी पटना का अपना टीन वाला कमरा नहीं भूल पाता हूं। एक रात बारिश और आंधी के चलते मेरे घर की टीन वाली छत उड़ गई थी और मैं आसमां को ताक रहा था। मेरी पत्नी बेहद इमोशनल थीं जब हम अपने ड्रीम हाउस में शिफ्ट हुए थे।’
उन्होंने कहा कि पिछले साल तक मैं कोई भी रोल कर लेता था लेकिन अब मैं इस पोजीशन में हूं कि अपनी मर्जी के किरदार निभा सकता हूं।
पंकज ने कहा, ‘मैं शुरू से ही कल्चर और आर्ट्स में काफी दिलचस्पी रखता था। 21 साल की उम्र में मैंनै बिस्मिलाह खान के कॉन्सर्ट में जाने के लिए कई मील दूर तक साइकिल चलाई थी। हालांकि मुझे उनका म्यूजिक समझ नहीं आता था लेकिन मैं उसे बड़े ध्यान से सुनता था। ये वो दौर था जब मेरी सिनेमा में कोई दिलचस्पी नहीं थी हालांकि मुझे थिएटर काफी पसंद था। मैंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा जॉइन किया था और फिर बिहार थिएटर करने लौट गया था। हालांकि मुझे जल्द ही अहसास हो गया कि थिएटर में ना तो कोई भविष्य है और ना ही कोई पैसा। इसलिए मैंने मुंबई जाकर एक्टिंग करने का फैसला किया था।’