1. नवाज के पिता किसान थे और उनके घर में वह आठ भाई-बहन थे। इसी कारण उनका घर खर्च निकालना काफी मुश्किल हो गया था। नवाज ने छोटी उम्र में ही नौकरी करनी शुरू कर दी थी।
2. नवाज ने गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन खत्म कर दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इसके बाद अपना खर्चा-पानी चलाने के लिए उन्होंने चौकीदार की नौकरी की।
3. इसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन ले लिया। इस दौरान उन्होंने अपने सीनियर के साथ रहने की गुजारिश की। इसके बाद सीनियर ने भी इस बात पर उन्हें रहने दिया कि वह उन्हें खाना बनाकर खिलाएंगे। नवाज तैयार हो गए और अपने सीनियर के साथ रहने लगे। 1996 में वहां से ग्रेजुएट हो गए।
4. इसके बाद नवाज ने साक्षी थिएटर ज्वॉइन किया। यहां उन्हें मनोज बाजपेयी ओर सौरभ शुक्ला जैसे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। इसके बाद हीरो बनने की ख्वाइिश लेकर वह मुंबई आ गए। बहुत फिल्मों से रिजेक्ट होने के बाद उन्हें ‘सरफरोश’ में काम मिला। इस फिल्म में नवाज ने मुखबिर का रोल निभाया था। इतना ही नहीं फिल्म ‘शूल’ में नवाज को एक वेटर का रोल दिया गया।
5. इसके बाद नवाजुद्दीन ने ‘जंगल’, ‘मुन्नाभाई एबीबीएस’ और कुछ शॉर्ट फिल्मों में काम किया। साल 2010 में उन्हें ‘पीपली लाइव’ फिल्म मिली। इस फिल्म से नवाज फिल्ममेकर्स की नजरों में आ गए।
6. इसके बाद तो नवाज की मानों किस्मत में चार चांद लग गए और उन्हें कई फिल्मों को ऑफर्स आने लगे। फिर उन्होंने ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में ‘फैजल’ के किरदार से नवाज ने सबका दिल जीत लिया।
7. 17 साल की उम्र में नवाज को एक पड़ोस की लड़की से प्यार हो गया। नवाज रोज उसका पीछा करते थे। एक दिन तो उन्होंने हिम्मत जुटाकर उसका हाथ पकड़ लिया। वो किसी घर में टीवी देखने जा रही थी। नवाज ने हाथ पकड़कर कहा, ‘एक दिन मैं भी टीवी पर आऊंगा, तब मुझे देखना।’