साहनी साहब जब फिल्म ‘बाजूबंद’ की शूटिंग कर रहे थे तब उन्हें ये किस्सा अनवर हुसैन (नरगिस दत्त के भाई) ने सुनाया था। उन्होंने बताया कि एक बार मीना ने इंडस्ट्री के एक जाने-माने डायरेक्टर-प्रोड्यूसर की फिल्म साइन की थी। इस फिल्म शूटिंग के पहले दिन लंच के दौरान डायरेक्टर ने उनके पैर पर अपना पैर रख दिया। इस सोच के साथ कि वो इस फिल्म के प्रोड्यूसर और डायरेक्टर हैं तो उन्हें हीरोइन के साथ कुछ भी करने का अधिकार है।
लेकिन मीना कुमारी जो उस वक्त फिल्म इंडस्ट्री में नई-नई थीं, उन्होंने बड़ी ही बेबाकी से उनकी इस हरकत का विरोध करते हुए अपने पैर संभालने की बात कही। साथ ही उन्हें अपना बिहेवियर सुधारने की सलाह दी। इस बात से डायरेक्टर का इगो हर्ट हो गया और मन ही मन उसने मीना कुमारी से बदला लेने की ठान ली। फिर उसने बड़ी ही चालाकी से फिल्म की कहानी में एक सीन जोड़ दिया। इस सीन में हीरो को मीना को थप्पड़ मारना था। इस सीन को फिल्माते हुए उन्होंने मीना कुमारी से 1-2 नहीं, पूरे 31 री-टेक करवाए।
थप्पड़ मारने वाला हीरो भी बहुत मशहूर था और उसे भी पता था कि ये किसी न किसी वजह से किया जा रहा है। लेकिन उसने भी चूं तक नहीं की। मीना कुमारी भी सीन पूरा करने पर अड़ी रहीं और उफ्फ तक नहीं की। सीन पूरा होने के बाद मीना कुमारी मेकअप रूम में बहुत देर तक रोती रहीं।