बेबाक राय रखने वाले मनोज ने इंटरव्यू के दौरान अपने आउटसाइडर होने की बात भी कही। मनोज बाजपेयी कहते हैं, “मैं आज भी खुद को आउटसाइडर मानता हूं। बॉलीवुड में आउटसाइडर के टैग को हटाने के लिए सो कॉल्ड ‘ए’ लिस्टर स्टार्स के तलवे चाटने पड़ते हैं, उनकी हर बात में हां करना पड़ता है, उनकी लॉबी में जाना पड़ता है, तब जाकर इनसाइडर होने का अप्रूवल मिलता है। मैं 25 साल से इस समस्या से जूझ रहा हूं। यह एक तरह का मानसिक उत्पीड़न है।”
इंडस्ट्री में अपने 25 साल पूरे कर चुके मनोज का कहना है, कई छोटे सितारे इस समस्या से जूझ रहे हैं। इंडस्ट्री के A लिस्टर कैटेगरी को जल्दी ही यह समझना होगा कि अब लोग स्टार्स नहीं, बल्कि कॉन्टेंट देखना पसंद कर रहे हैं, वे लोग जितनी जल्दी यह बात समझ जाएं, उतना ही अच्छा है..अगर बात समझने में देरी हुई तो बाद में नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।