Mallika Sherawat ने बताया इंडस्ट्री का काला सच, कहा- ‘हीरो रात के 3 बजे भी बुलाए तो जाना पड़ता है वरना…’
जब भी 90’s की हॉट एंड सेक्सी एक्ट्रेसेस की बात होती है तो इसमें मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) का नाम जरूर आता है। हर कोई इनकी फिल्मों का दीवाना था। हालांकि ये समय काफी छोटा था। उन दिनों हर किसी जुबान पर एक्ट्रेस की फिल्म के गाने जुबान पर चढ़े रहते थे। एक बार फिर एक्ट्रेस सुर्खियों में हैं। एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू के दौरान इंडस्ट्री का काला सच खोला है।
mallika sherawat talk about casting couch in the bollywood industry
एक मीडिया हाउस से बातचीत के दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि सभी ‘A’ लिस्ट अभिनेताओं ने मेरे साथ काम करने से इंकार कर दिया था क्योंकि मैंने समझौता करने से इंकार कर दिया था। अदाकारा कहती हैं कि बहुत साफ है कि वे ऐसी अभिनेत्रियों को पसंद करते हैं जो उनके साथ समझौता करने को तैयार रहती हैं. मैं उनमें से नहीं हूं। मेरा व्यक्तित्व वैसा नहीं है। मैं खुद को किसी को सौंपना नहीं चाहती।
समझौता से क्या मलतब है ये समझाते हुए मल्लिका आगे बताती हैं कि जब वो कहे बैठो, जब वो कहें खड़े हो जाओ। अगर हीरो तुम्हें सुबह के तीन बजे अपने घर पर बुलाए तो आपको जाना होगा। अगर आप उस ग्रुप में नहीं हैं, आप उसके साथ फिल्म कर रहे हैं और उसके बुलाने पर जाने से मना कर देते हैं तो आपको उस फिल्म से निकाल दिया जाएगा।
ये पहली बार नहीं है यह अदाकारा ने इंडस्ट्री के काले चिठ्ठे खोले हों। इससे पहले भी वो इसपर बात कर चुकी हैं। उन्होंने बताया था कि ‘लोग सिर्फ उसकी बोल्ड इमेज के बारे में बात करते हैं। जब मैंने मर्डर फिल्म करी तो कितने लोगों ने हंगामा मचाया। लोगों ने किस और बिकिनी सीन्स को लेकर काफी बातें की, लेकिन जो दीपिका पादुकोण ने हाल ही में गहराइयां में किया है, वह सब तो मैं 15 साल पहले कर चुकी हूं, लेकिन उस वक्त लोगों की सोच काफी छोटी थी।
उन्होंने ये भी बताया था कि इंडस्ट्री के कई लोग थे जिन्होंने उन्हें मेंटली टॉर्चर किया। उन्होंने कहा ये लोग सिर्फ मेरी बॉडी और ग्लैमर के बारे में बात करते थे, लेकिन एक्टिंग के बारे में नहीं। मैंने प्यार के साइड इफेक्ट्स और वेलकम जैसी फिल्मों में काम किया है, लेकिन किसी ने मेरी उन फिल्मों की एक्टिंग के बारे में बात नहीं की।’
मल्लिका ने बताया, ‘पहले अभिनेत्रियों के लिए दो ही टाइप के रोल लिखे जाते थे या तो वह बदचलन है या फिर सती सावित्री एकदम मासूम सी, जिसे कुछ मालूम ही नहीं है। ये जो बदलाव आया है। अब जो बदलाव हम देख रहे हैं वह यह कि अब औरतों को इंसान दिखाया जा रहा है। वह खुश और दुखी होती है। वह गलतियां कर सकती है। इन सबके बाद उन्हें पसंद किया जा रहा है। इसके साथ ही अब एक्ट्रेसेस अपनी बॉडीज को लेकर ज्यादा कम्फर्टेबल हैं।’
मल्लिका ने ये भी कहा था कि हिंदी सिनेमा में बिना किसी बड़े स्टार की मदद के हीरोइन का करियर बन पाना मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘किसी बड़े स्टार के साथ जब तक आप कम्प्रोमाइज नहीं करेंगे तब तक वो आपके साथ काम नहीं करेंगें। ये बॉलीवुड का सच है, ये मैं अपने अनुभव से बोल रही हूं। कोई भी अभिनेत्री कहती है कि ये सच नहीं है तो वो झूठ बोल रहीं हैं।’