लता मंगेशकर का कहना है कि लोग ये मानते हैं कि गायक को खाने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। उन्हें खाने को लेकर बहुत-सी चीजों का ध्यान रखना होता है। लोग संगीतकारों को मिर्च न खानें, अचार का सेवन न करनें, और दही न खाने की सलाह देते हैं। मगर लता मंगेशकर ने कहा, “मैं इन बातों पर ध्यान नहीं देती।” उन्होंने आगे बताया कि मेरे पिता हमेशा कहते थे, “अगर आपको गायक बनना है, तो अपने आसपास प्रतिबंध में लगाओ, एक गायक को खुलकर गाना चाहिए, यदि आप नियमित रूप से रियाज करेंगे, तो आवाज हमेशा अच्छी रहेगी।”
लता मंगेशकर की हालत हुई नाजुक, फिर वेंटिलेटर पर किया गया शिफ्ट
आपको बता दें, कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद से बॉलीवुड की दिग्गज सिंगर और भारत रत्न लता मंगेशकर की हालत बिगड़ती जा रही है। हालांकि पिछले सप्ताह उन्होंने कोरोना वायरस को मात दी थी लेकिन शनिवार को अचानक उनकी हालत फिर से नाजुक बन गई है। लता मंगेशकर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में रखा गया है।