आखिर क्यों नूतन ने अपनी मां से तोड़ लिए थे सारे रिश्ते, उनके खिलाफ कोर्ट तक पहुंच गईं थीं
नूतन अपनी मां के बेहद करीब थीं और उनके सपनों को भी उनकी मां ने ही उड़ान दी थी। लेकिन ऐसा क्या हो गया जो नूतन और उनकी मां के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए थे।
नई दिल्ली: Nutan’s dispute with her mother Shobhna Samarth: 50-60 के दशक में अपनी सादगी और दमदार अभिनय से अभिनेत्री नूतन (Nutan) ने सभी के दिलों में खास जगह बनाई थी। नूतन अपनी प्रोफेशनल के साथ पर्सनल लाइफ को लेकर भी खुब चर्चाओं में रहती थीं। आज हम आपको उनका और उनकी मां शोभना समर्थ (Shobhna Samarth) से जुड़ा किस्सा बता रहे हैं, जिसमें नूतन नें नाराज होकर अपनी मां से सारे रिश्ते तोड़ दिए थे। इतना ही बात कोर्ट तक पहुंच गई थी।
सपनों को उनकी मां ने ही उड़ान दी थी नूतन का जन्म 24 जून 1936 को एक संपन्न परिवार में हुआ था। उनकी मां का नाम शोभना समर्थ और पिता का कुमारसेन समर्थ था। उनकी मां एक अभिनेत्री थीं जिसकी वजह से नूतन खुद भी अदाकारा बनना चाहती थीं। नूतन ने 1950 में बतौर बाल कलाकार फिल्म ‘नल दमयंती’ में एक्टिंग शुरू की थी। इसी साल उन्होंने अपनी मां द्वारा बनाई गई फिल्म ‘हमारी बेटी’ में काम किया।
नूतन अपनी मां के बेहद करीब थीं और उनके सपनों को भी उनकी मां ने ही उड़ान दी थी। लेकिन ऐसा क्या हो गया जो नूतन और उनकी मां के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए थे। यहां तक की बेटी ने मां से सारे रिश्ते तोड़ दिए थे। इसके पीछे क्या वजह थी चलिए आपको बताते हैं…
लेकिन नूतम का भरोसा तब टूट गया दरअसल नूतन की मां शोभना ने उन्हें अपने प्रोडक्शन हाउस ‘शोभना पिक्चर्स’ से बॉलीवुड में लॉन्च किया था। इस फिल्म कंपनी में नूतन भी मां की हिस्सेदार थीं। नूतन फिल्मों से जो भी कमाई करती थीं, उसका सारा पैसा कंपनी में ही जाता था। कंपनी के सारे फाइनेंशियल मामले शोभना समर्थ खुद संभालती थीं।
जिस तरह हर बेटी अपनी मां पर भरोसा होता है उसी तरह नूतन को भी अपनी मां पर था। नूतन कभी प्रोडक्शन के किसी काम में कोई सवाल-जवाब नहीं करती है और न ही कभी दखलअंदाजी देती थी। लेकिन नूतम का भरोसा तब टूट गया, जब इनकम टैक्स ऑफिस से बकाया टैक्स चुकाने के लिए घर पर एक लेटर आ गया।
पूरा टैक्स उन्हें ही चुकाने के लिए कह दिया मां शोभना समर्थ ने नूतन को वो लेटर देकर पूरा टैक्स उन्हें ही चुकाने के लिए कह दिया। टैक्स की रकम काफी ज्यादा थी और नूतन कंपनी में सिर्फ 30 प्रतिशत प्रोफिट की हिस्सेदार थीं। जिसके कारण नूतन ने भी मां को साफ कह दिया कि वह अपने हिस्से का टैक्स भरने के लिए तैयार हैं। नूतन का कहना था कि मेरी सारी कमाई कंपनी में ही जाती हैं, फिर भी आप मुझे पूरा टैक्स भरने के लिए कह रही हैं, जो कि गलत है। इसके बाद भी शोभना नूतन को ही टैक्स भरने के लिए कहती रहीं।
आखिरकार अंत में नूतन को समझ आ गया कि मां के लिए इस वक्त बेटी से ज्यादा पैसे और प्रॉपर्टी ज्यादा जरूरी है। इसके बाद नूतन ने मां का घर छोड़ दिया और मां और परिवार से अपने सारे रिश्ते खत्म कर लिए। लेकिन दोनों के बीच रिश्ते इस कदर बिगड़े की बात कोर्ट कचहरी तक जा पहुंच गई थी। इसके बाद फिर कभी मां-बेटी के बीच कुछ सही नहीं हुआ।