गोविंदा के बयान से संतुष्ट नहीं पुलिस (Govinda Firing Case)
गोविंदा 1 अक्टूबर की सुबह करीब 4.30 बजे अपने जुहू के घर से एयरपोर्ट जाने के लिए तैयार हो रहे थे। तभी वह अपनी रिवॉल्वर साफ करने लगे। साफ करने के बाद जब वह उसे केस में रखने लगे तो गोली गलती से चल गई और वह उनके घुटने में लग गई। पुलिस को दिए बयान में गोविंदा ने पूरी अपनी आपबीती सुना दी। इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई और शुरुआती सबूतों से पता चलता है कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, लेकिन अधिकारी अभी भी गोविंदा के बयान को लेकर संशय में हैं और वह गोविंदा को आगे पूछताछ के लिए फिर से बुला सकते हैं। पुलिस को शक है कि जब गोविंदा को गोली लगी उस समय उस कमरे में गोविंदा के अलावा कोई और भी मौजूद था। पुलिस पूरे मामले की जांच काफी सोच समझकर कर रही है। पुलिस ने गोविंदा की रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है। वहीं, खुद गोविंदा शिंदे सरकार के नेता भी हैं। इसलिए सवाल का जवाब देने से बच रहे हैं। एक्टर का लगातार यही कहना है कि मिस फायर से उनके पैर में गोली लगी है। वहीं, गोविंदा अब ICU से शिफ्ट होकर वार्ड में आ गए हैं और जल्द ही हॉस्पिटल में डिस्चार्ज हो जाएंगे।