1.निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा
‘रंग दे बंसती’, ‘दिल्ली 6’ और ‘भाग मिल्खा भाग’ जैसी फिल्में बना चुके निर्देशक ओम प्रकाश मेहरा फिर एक बार बेहतरीन फिल्म लेकर आ चुके हैं। मूवी में समाज के गंभीर मुद्दे को फिल्माया गया है। साथ ही फिल्म, रेप पीड़ितों के प्रति समाज की मानसिकता पर भी चोट करती है।
2.प्लॉट
‘मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर’ 8 साल के लड़के और 24 वर्षीय उसके मां की कहानी है। वह अपनी मां की सभी तरह की परिस्थिति में रक्षा करना चाहता है। मूवी की स्टोरी मुंबई के झुग्गी बस्ती के इर्द-गिर्द घूमती है जहां शौचालय की सुविधा नहीं होती है। एक बार सरगम का (मां) शौच से आते समय रेप हो जाता है। इसके बाद कन्हैया अपनी मां को इंसाफ दिलाने के लिए देश के प्रधानमंत्री का दरवाजा खटखटाता है।
3.सामाजिक मुद्दा
फिल्म का ट्रेलर ऐसा बनाया गया है कि जिससे 8 साल के बच्चे और उसकी मां की कहानी में अापके दिल में घऱ कर जाएगी। हालांकि फिल्म का टाइटल और रिलीज का समय कुछ हद तक राजनीतिक झुकाव दर्शाता है लेकिन फिल्म देखने के बाद अब समझ जाएंगे कि यह राजनीतिक फिल्म बिल्कुल भी नहीं है।
4.क्रिटिक्सराकेश राकेश ओम प्रकाश मेहराओम प्रकाश मेहरा
‘मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर’ का रोम फेस्टिवल में प्रीमियर किया गया था। यह अकेली एशियन फिल्म रही जिसे फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीन किया गया। दर्शकों ने इस फिल्म की काफी सराहना की थी। यहां तक कि इस फिल्म को ऑस्कर में भेजने तक कही गई थी।
5.सोशल मैसेज
इन दिनों बॉलीवुड फिल्मकार समाज में बदलाव करने की कोशिश कर रहे हैं। इस फेरिस्त में ‘मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर’ काफी अच्छा प्रयास है। यह फिल्म देश में रेप पीड़िता से जुड़ी मानसिकता और खुले में शौच की समस्या जैसे गंभीर मुद्दों पर बात करती है।
कुल मिलाकर यह फिल्म अच्छी स्टोरी और कंटेट का बेहतरीन समागम हैं। अगर आप इस हफ्ते हंसी-ठिठोली से दूर सामाजिक मुद्दें पर बेस्ड किसी फिल्म को देखना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए ही है।