जूही चतुर्वेदी द्वारा लिखी गई गुलाबो सीताबो में, अभिनेता ने मिर्जा की भूमिका निभाई है, जो लखनऊ के दिल यानि कि बीचों-बीच बसी एक पुरानी जीर्ण हवेली के मकान मालिक हैं, जिसका नाम फातिमा महल है। जबकि आयुष्मान खुराना उनके चतुर किरायेदार बांके हैं। उनकी स्थिति टॉम और जेरी के समान है, स्क्रिप्ट और मजाकिया संवाद ने इसे कमाल का बनाया है। बिग बी कहते हैं कि इस फिल्म पर काम करना एक आनंदमय अनुभव था। उन्होंने कहा लखनऊ शहर, वहां के लोग– और उनके साथ काम करने में बहुत खुशी हुई। रॉनी लाहिड़ी और शील कुमार द्वारा निर्मित इस फिल्म का प्रीमियर अमेजन प्राइम वीडियो पर दुनिया भर में हुआ है।
अभिनेता आयुष्मान खुराना का कहना है कि फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ में उनके सह-कलाकार अमिताभ बच्चन एक स्वार्थी अभिनेता नहीं हैं, बल्कि बेहद सहयोगी हैं। आयुष्मान का मानना है कि बिग बी में एक बच्चा आज भी जीवित है, जो उन्हें एक बेहतरीन कलाकार बनाता है। अमिताभ संग अपने काम करने के अनुभव को साझा करते हुए आयुष्मान ने बताया, ‘मेरी यह धारणा थी कि एक इंसान के तौर पर वह बेहद गंभीर मिजाज के होंगे, लेकिन उनमें मौजूद बच्चों जैसी आदतें उन्हें उनके अन्य समकालीन अभिनेताओं से अलग करती है। वह जोश व उत्साह से परिपूर्ण हैं। उनमें उनका बचपन आज भी जिंदा है, जो उन्हें एक बेहतरीन कलाकार बनाता है।’