जूनियर महमूद एक ऐसे बॉलीवुड स्टार थे जिनका करियर कॉमेडी एक्टिंग में चमकता रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र में अपना एक शानदार स्थान बनाया। उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री को पाँच दशकों से अधिक का समय दिया और अपनी कला के माध्यम से दर्शकों को मनोरंजन प्रदान किया। उनका अभिनय करियर 1967 में संजीव कुमार की फिल्म “नौनिहाल” के साथ शुरू हुआ था, लेकिन उनका एक्टिंग में पहला प्रदर्शन बहुत ही दिलचस्प था। जूनियर महमूद के भाई फिल्म इंडस्ट्री में फोटोग्राफी करते थे और एक दिन उनके साथ फिल्म की शूटिंग देखने गए थे। बच्चा अपना डायलॉग भूल रहा था और डायरेक्टर रीटेक लेना चाह रहा था। उस दिन जूनियर महमूद ने कहा, “तुम बोल सकते हो क्या? बोल कर दिखाओ!” और उन्होंने अपनी अद्वितीय एक्टिंग से सबको प्रभावित कर दिया।
महमूद के पहले रोल की बात करे तो, डायरेक्टर ने यह बताया कि जूनियर महमूद ने एक सुनहरे मौके को पकड़ते हुए अपने पहले रोल को प्राप्त किया है। उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने डायलॉग को एक ही बार में पूरा सुना दिया और उन्हें इस अद्वितीय क्षण का बहुत आनंद मिला। इसके पश्चात, उन्होंने अपनी एक्टिंग की कला में रूचि बढ़ाते हुए एक के बाद एक फिल्मों में अपने दम पर नए किरदारों को निभाया। जूनियर महमूद ने अपने पहले रोल के लिए केवल 5 रुपये की फीस ली थी, लेकिन उनके कॉमिक अंदाज के कारण उन्हें इतनी पहचान मिली कि वे बॉलीवुड के सबसे महंगे चाइल्ड आर्टिस्ट बन गए। इस चरित्र की पहचान के बाद, उन्होंने एक फिल्म के लिए एक लाख रुपये लेना शुरू किया, जो उस समय सबसे ज्यादा फीस वाली थी। इस स्टारडम के साथ, जूनियर महमूद ने उस समय की सबसे महंगी कार, एम्पाला, भी खरीदी।
जूनियर महमूद ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में ‘मोहब्बत जिंदगी’ है 1966 से की थी। उन्होंने नैनीताल, कारवा, हाथी मेरे साथी, मेरा नाम जोकर, सुहागरात, ब्रह्मचारी, कटी पतंग,हरे रामा हरे कृष्णा, गीत गाता चल, ईमानदार, बाप नंबरी बेटा 10 नंबरी, आज का अर्जुन, गुरुदेव जैसी फिल्मों में अभिनय किया अभिनेता ने प्यार का दर्द है मीठा मीठा प्यारा प्यारा और एक रिश्ता साझेदारी का जैसे शो में कुछ समय के लिए टेलीविजन पर काम किया था उन्होंने कई मराठी फिल्मों का निर्माण और निर्देशन भी किया 1968 की फिल्म सुहागरात में स्क्रीन स्पेस शेयर किया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ जूनियर महमूद ने जिंतेंद्र से मिलने की ख्वाहिश ज़ाहिर की थी। जिसका जिक्र उन्होंने अपने दोस्त सचिन पिलगांवकर से किया था। ये बात जितेंद्र तक पहुंची और वो उनसे मिलने अस्पताल पहुंच गए। जूनियर महमूद ने अभिनेता राजेश खन्ना के साथ सबसे अधिक काम किया। उन्होंने बॉलीवुड के लगभग सभी एक्टर्स के साथ स्क्रीन शेयर किया, राज कपूर को छोड़कर। जूनियर महमूद का असली नाम मोहम्मद नईम सैय्यद था, लेकिन बॉलीवुड के मशहूर कॉमेडियन महमूद ने उन्हें जूनियर महमूद के नाम से जाना जाता था। महमूद ने जूनियर को इस नाम से बुलाया क्योंकि उनकी अद्वितीय एक्टिंग और अनोखे कॉमिक अंदाज से उदाहरण स्थापित किए गए थे। जूनियर महमूद और महमूद दोनों ही बहुत करीब रहते थे और वह उन्हें अपना आदर्श मानते थे, उन्हें भाईजान कहकर बुलाते थे। हालांकि आज दोनों ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कॉमेडी कला और योगदान आज भी हमें हंसी में मशगूल रखेगा।