जब भी नेपोटिज्म को लेकर बहस चिढ़ती है तो अनन्या पांडे (Ananya Pandey) सबसे ज्यादा ट्रोल होती हैं। बेटी को लेकर चंकी ने कहा कि फिल्मों में आने का फैसला मेरी बेटी का था। मैंने उसे कभी फोर्स नहीं किया कि तुम एक्ट्रेस बनो। अगर मैं अपनी बात करूं तो मैं डॉक्टर बनना चाहता था। मेरे पापा और मम्मी डॉक्टर थे, लेकिन मैं नहीं बन पाया। मैं एक्टर बन गया। आज कल बच्चे खुद डिसाइड करते हैं कि उन्हें क्या करना है। चंकी ने आगे कहा कि जब वह फिल्म इंडस्ट्री में आए थे, तो कहा गया था कि किसी ने उनकी सिफारिश की थी। तब यह बहुत बड़ी बात थी।
आपको बता दें कि चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे ने करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2’ से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। इसके बाद को कुछ और फिल्मों में दिखाई दीं लेकिन नेपोटिज्म की बहस ने उनका कभी पीछा नहीं छोड़ा। हालांकि, अनन्या पांडे भी इसे लेकर कई बार बात करती दिखाई दी हैं। उनका कहना है कि स्टार किड्स के भी अपने स्ट्रगल्स होते हैं। अनन्या की प्रोफेशनल लाइफ की बात करें तो अब वह फिल्म ‘खाली पीली’ में नजर आएंगी। इस फिल्म में अनन्या के साथ ईशान खट्टर लीड रोल में हैं। हाल ही में खबर आई कि मेकर्स इस फिल्म की शूटिंग अगस्त में पूरा कर लेंगे। कहा जा रहा है कि प्रड्यूसर अली अब्बास जफर इस फिल्म को ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज करने की तैयारी में हैं।