एक इंटरव्यू में मेघना ने कहा,’जब लक्ष्मी खुद पीड़िता नहीं है तो मैं उन्हें इसलिए पीड़ित नहीं दिखा सकती थी कि मुझे कुछ उम्मीदों या धारणा को संतुष्ट करना है, क्योंकि यह एक पीड़िता की फिल्म है जिसमें त्रासदी और सहानुभूति की जरूरत है।’ साथ ही उन्होंने कहा,’किसी तेजाब हमलावर का कोई शारीरिक प्रोफाइल नहीं होता। पति तेजाब हमला कर रहे हैं, मकान मालिक कर रहे हैं, पूर्व पत्नियां कर रही हैं। उनका कोई प्रोफाइल नहीं है और यह ज्यादा खतरनाक है।’
फिल्म की कहानी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,’मैं सिलसिलेवार नहीं बताना चाहती थी कि उनका जन्म हुआ, वह लड़की है, ये उनके सपने—आकांक्षाएं हैं और वह बहुत सुंदर है। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण था कि दर्शक खुद को मालती से जोड़कर देखे।