ऋषि कपूर ने छोटी ही उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की थी। उन्होंने वैसे फिल्म श्री 420 ( Shri 420 ) में बाल कलाकार का किरदार निभाया था। 1970 में आई उनके पिता की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ ( Mera Naam Joker ) में भी पिता के बचपन का किरदार निभाया था।
ऋषि कपूर ने बतौर एक्टर साल 1973 में आई फिल्म ‘बॉबी’ ( Bobby ) से डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनके साथ डिंपल कपाड़िया ( Dimple Kapadia ) नज़र आई थी। ऐसा माना जाता है कि राज कपूर ने अपने बेटे को लॉन्च करने के लिए ‘बॉबी’ ( Bobby ) बनाई थी। लेकिन एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि ये खबर पूरी तरह से झूठी है।
ऋषि कपूर ने अपने फिल्मी सफर में 1973-2000 तक करीबन 93 फिल्मों में रोमांटिक हीरों का किरदार निभाया है। वहीं सोलो एक्टर करीबन 51 फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया है। उन्होंने अपनी पत्नी नीतू कपूर ( Neetu Kapoor ) के साथ भी करीबन 12 फिल्में की हैं। अभिनय की दुनिया में तहलका मचाने के बाद ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ अजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना ( Akshay Khanna ) और अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ( Aishwarya Rai Bachchan ) को लेकर फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ ( Aa Ab Laut Chalein ) निर्देशित की थी।
ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरूआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार को निभाया था, लेकिन फिल्म ‘अग्निपथ’ ( AgniPath ) में उनके खलनायक के किरदार ‘रौफ लाला’ को देख सभी हैरान हो गए थे। उन्हें अग्निपथ में अपने अभिनय के लिए आईफा बेस्ट नेगेटिव ( Iifa Best Negative Role ) अवॉर्ड से नवाज़ा गया था।
ऋषि कपूर अपनी आने वाली फिल्म ‘राजमा चावला’ ( Rajma Chawal ) की शूटिंग के लिए दिल्ली भी आए थे। जहां अत्यधिक प्रदूषण होने की वजह से उनकी तबीयत खराब हो गई थी और उन्हें दिल्ली के अस्पताल AIIMS में भर्ती कराया गया था। ऋषि कपूर की देहांत से कपूर खानदान पर गम का पहाड़ टूट चुका है।