मराठी फिल्म ‘झाकोला’ से शुरू की एक्टिंग
बता दें कि उर्मिला मातोंडकर ने वर्ष 1980 में मराठी फिल्म ‘झाकोला’ से अपने एक्टिंग कॅरियर की शुरुआत की थी। 1981 में आई फिल्म ‘कलयुग’ उनकी पहली हिंदी फिल्म थी।
‘मासूम’ से मिली पहचान
उर्मिला को फिल्म ‘मासूम’ से पहचान मिली। इस फिल्म का गाना ‘लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा’ आज भी काफी पॉपुलर है जिसे लोग आज भी पसंद करते हैं। उन्होंने मराठी, तमिल तेलुगू और हिंदी सभी भाषाओं की फिल्में की हैं।
वर्ष 1995 में उर्मिला की फिल्म ‘रंगीला’ आई जिसमें उनके अपोजिट अभिनेता आमिर खान लीड रोल में थे। इस फिल्म के बाद उर्मिला का नाम रंगीला गर्ल पड़ा। उन्होंने कई फिल्मों में बोल्ड सीन्स दिए हैं। उन्हें कई बार बेस्ट एक्ट्रेस के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड में नॉमिनेट भी किया जा चुका है।
इस वजह से हो गया कॅरियर बर्बाद
उर्मिला ने रामगोपाल वर्मा के साथ फिल्म ‘सत्या’, ‘जंगल’, ‘प्यार तूने क्या किया’ और ‘भूत’ जैसी फिल्मों में काम किया। लेकिन इसके अलावा उन्हें किसी फिल्म का ऑफर नहीं मिला। इसी के चलते धीरे-धीरे वे इंडस्ट्री से गायब होती चली गईं और उनका बना बनाया कॅरियर बर्बाद हो गया। हाल ही में उर्मिला ने राजनीति में कदम रखते हुए कांग्रेस पार्टी जॉइन की है और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं।