जेनिफर और शशि कपूर की लव स्टोरी
यह उस जमाने की बात है जब शशि कपूर अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के कलकत्ता स्थित थिएटर में प्ले किया करते थे। उनका यह शो लोगों को इतना पसंद आता था कि लोग इस शो को बढ़ाने की बात किया करते थे। उस दौरान एक विदेशी लड़की रोजाना उनका प्ले देखने आया करती थी। वह उस थिएटर की सबसे आगे वाली कतार में बैठकर इस शो का लुफ्त उठाया करती थी। शशि कपूर भी उसे नोटिस करने लगे थे। उस विदेशी लड़की का नाम था जेनिफर। शशि को जेनिफर पहली नजर में ही भा गईं थीं।
रोजाना उन्हें देखते रहने के बाद एक दिन शशि ने फैसला किया की वह जेनिफर से अपने प्यार का इजहार कर देंगे। इसके लिए उन्होंने अपने चचेरे भाई सुभिराज की मदद ली। इसके बाद वह पहली बार जेनिफर से मिले। शशि अपनी जिंदगी में पहली बार इस वजह से किसी लड़की से मिले थे। इससे पहले उन्होंने कभी भी किसी भी लड़की को पसंद नहीं किया था।
अपनी पहली मुलाकात के दौरान शशि कपूर काफी डरे हुए थे वहीं जेनिफर काफी नॅार्मल थीं क्योंकि वह नहीं जानती थी कि शशि उन्हें पसंद करते हैं। इसके बाद जेनिफर अपने दोस्तों और ग्रुप के साथ शशि कपूर का प्ले देखने आने लगीं और इसी तरह शशि और जेनिफर की दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई।
शशि और जेनिफर अक्सर मिला करते थे लेकिन उस वक्त उनकी आमदनी इतनी नहीं थी की वह उन्हें अच्छे होटल में खाना खाने ले जा सकें। इसके बाद एक दिन उनके बड़े भाई शम्मी कपूर ने उन्हें जेनिफर को घर बुलाने के लिए कहा।
लेकिन शशि डर के मारे उन्हें अपने घर के बजाए अपने भाई शम्मी के घर ले गए। वहां शम्मी की पत्नी गीता ने उन्हें देखा और पहली नजर में जेनिफर उन्हें भा गईं। एक दिन शशि ने अपने भाई शम्मी कपूर से कहा कि वो पिता जी से शादी के बारे में बात करें और उन्हें मनाएं। काफी मुश्किलों के बाद पृथ्वीराज कपूर ने जेनिफर को लेकर हां कहा क्योंकि वह विदेशी थीं और पृथ्वीराज नहीं चाहते थे की उनके घर विदेशी लड़की आए। लेकिन अपने बेटे के प्यार के आगे उन्होंने हार मान ली और शादी के लिए तैयार हो गए।
शादी के बारे में जब जेनिफर के पिता से बात की गई तो उन्होंने इस शादी से साफ इनकार कर दिया। अंत में जेनिफर ने शशि कपूर से साफ लफ्जों में कह दिया कि वो मेच्योर हैं और अपनी मर्जी से उनसे शादी करना चाहती हैं, भले ही उनके पिता इसके खिलाफ हों। इसके बाद साल 1958 में मुंबई आकर शशि कपूर ने जेनिफर के साथ भारतीय रीति-रिवाजों से शादी कर ली थी।
लेकिन जेनिफर ने शशि कपूर से अपने जीवन का सबसे बड़ा राज छुपाया था। दरअसल, जेनिफर को कैंसर था जिसके बारे में उन्होंने शशि को कभी भनक तक नहीं लगने दी। 7 सितंबर, 1984 को कैंसर के कारण उनका निधन हो गया था। शशि ने उनके निधन के बाद अपनी पूरी जिंदगी अकेले बिताई। शशि और जेनिफर के तीन बच्चे हैं कुणाल कपूर, करण कपूर, संजना कपूर।