सईद जाफरी को भले ही किसी फिल्म में छोटा रोल मिला हो, या फिर उन्हें कम स्क्रीन मिली हों, लेकिन इसके बाद भी वो अपने अभिनय से अपनी मौजूदगी का वजन फिल्म में डाल ही देते थे। फिल्मों से अलावा सईद जाफरी की पर्सनल लाइफ में भी कुछ अलग रही। सईद के जन्मदिन पर बता रहे हैं उनके निजी जीवन से जुड़े कुछ राज।
सईद जाफरी ने साल 1977 में सत्यजीत रे की फिल्म शतंज के खिलाड़ी में काम किया। उन्होंने अंग्रेजी फिल्म द गुरु से अपने करियर की शुरुआत की। इस फिल्म ने उन्हें खूब शोहरत दिलाई और उनके अभिनय को सराहा गया। उनके सामने फिल्म में दिग्गज अभिनेता संजीव कुमार थे।
इसके बाद उन्होंने चश्मेबद्दूर, मंडी, मासूम और राम तेरी गंगा मैली हो गई जैसी बड़ी और हिट फिल्मों में काम किया। अधिकतर फिल्मों में सईद ने या तो पिता का रोल प्ले किया या फिर कुछ फिल्मों में वे नेगेटिव रोल प्ले किया था।
सईद(Saeed Jaffrey) ने खुद को बताया था पत्नी का दोषी
सईद जाफरी ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी निजी जिंदगी का खुलासा करते हुए बताया था कि अपनी शादीशुदा जीवन की असफलता का दोषी मै खुद ही रहा हूं। सईद ने बताया कि उनकी पत्नी महरुनिमा उर्फ़ मधुर जाफरी के साथ उन्होंने नाइंसाफी की। वो अपनी पत्नी को कभी भी वो आज़ादी नहीं दे सके जिसकी वो हकदार थीं। सईद ने बताया कि वे चाहते थे कि उनकी बीवी थोड़ा मॉडर्न बने मगर ऐसा ना पाकर उन्होंने अपनी वाइफ से किनारा करना शुरू कर दिया।