
गब्बर के रोल के लिए पहली पसंद नहीं थे अमजद
12 नवंबर, 1940 को पेशावर में पैदा हुए अजमद खान फिल्म ‘शोले’ में गब्बर के रोल के लिए पहली पसंद नहीं थे। सबसे पहले गब्बर के रोल के लिए अभिनेता डैनी को अप्रोच किया गया था। लेकिन डैनी उस समय फिरोज खान की फिल्म ‘धर्मात्मा’की शूटिंग में बिजी थे और उन्होंने इसके चलते ‘शोले’ छोड़ दी थी। इसके बाद गब्बर का रोल अमजद खान को मिला। बता दें कि सलमान के पिता सलीम खान ने ‘शोले’ के लिए अमजद का नाम सुझाया था।

‘नाजनीन’ से बतौर चाइल्ड एक्टर इंडस्टी में आए
बता दें कि अमजद खान ने साल 1951 में फिल्म ‘नाजनीन’ से बतौर चाइल्ड एक्टर इंडस्ट्री में कदम रखा था। उस समय वह महज 17 साल के थे। अगर आज अमजद खान जिंदा होते तो 77 साल के होते। फिल्म ‘शोले’ में गब्बर सिंह का किरदार निभाकर अमजद खान ने दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई। उनका ये किरदार हमेशा के लिए अमर हो गया। अमजद ने साल 1973 में फिल्म ‘हिंदुस्तान की कसम’ से बॉलीवुड में बतौर हीरो डेब्यू किया था, लेकिन उन्हें पहचान शोले से मिली जोकि 1975 में आई थी।

गब्बर के बाद बनी खूंखर विलेन की छवि
‘शोले’ में गब्बर सिंह का किरदार निभाने के बाद अमजद की एक खूंखार विलेन की छवि बन गई थी। कई बार तो ऐसा होता था कि लोग उन्हें देखकर डर जाते थे। इस फिल्म में गब्बर के रोल को अमजद खान ने इतने शानदार तरीके से निभाया था कि लोग उन्हें सचमुच डाकू समझने लगे थे और उसी नजर से देखते थे।